हार्टीकल्चर रिसर्च सैंटर अमृतसर की बजाय जालन्धर में स्थापित हो

punjabkesari.in Saturday, Jul 14, 2018 - 12:16 PM (IST)

जालन्धर (धवन): कांग्रेसी सांसद चौधरी संतोख सिंह ने पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह को पत्र लिख कर पी.जी.आई.एच.आर.ई. (पोस्ट ग्रैजुएट इंस्टीच्यूट ऑफ हार्टीकल्चर, रिसर्च एंड एजुकेशन) को अमृतसर की बजाय जालन्धर में स्थापित करने की गुहार लगाई है। 

उन्होंने कहा है कि उक्त प्रोजैक्ट को अमृतसर में स्थापित करने में केंद्र को मुश्किलें आ रही हैं। इसके लिए अमृतसर में 100 एकड़, अबोहर में 50 एकड़ तथा अमृतसर से 25-30 कि.मी. की दूरी पर एक अन्य भाग पर जमीनें देने की कोशिशें हो रही हैं। केंद्र को 3 विभिन्न यूनिटों को चालू करना होगा जोकि उचित नहीं होगा। जालन्धर में एक ही स्थान पर इतनी भूमि मिल सकती है कि एक ही यूनिट से काम चला लिया जाए। सांसद चौधरी ने मुख्यमंत्री को कल उक्त पत्र भी सौंपा था जिसमें उन्होंने कहा कि हार्टीकल्चर सैंटर के लिए जालन्धर सबसे उपयुक्त स्थान है। राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए भी यह सैंटर जालन्धर में बनाया जाना चाहिए। दोआबा पंजाब के केंद्र में पड़ता है तथा इस सैंटर के जालन्धर में स्थापित होने से पूरे पंजाब को लाभ होगा।

जालन्धर में सैंटर खुलने से अमृतसर तथा अबोहर में फलों के लिए जिस भूमि पर काश्त हो रही है, उसे बचाने में भी मदद मिलेगी। भूमिगत पानी व उपजाऊ मिट्टी की दृष्टि से भी जालन्धर एक बेहतर विकल्प हो सकता है। उन्होंने पत्र में कहा कि दोआबा आलुओं, मटर व अन्य सब्जियों के लिए भी उपयुक्त स्थान लम्बे समय से चला आ रहा है तथा यहां पर फलों के उत्पादन से संबंधित सैंटर स्थापित होने से किसानों को भारी मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि जालन्धर पिं्रट मीडिया का केंद्र स्थान है तथा यहां पर हार्टीकल्चर रिसर्च सैंटर बनने से किसानों को रिसर्च के लिए काफी सामग्री मिल जाएगी। मुख्यमंत्री ने सांसद चौधरी को भरोसा दिया कि सरकार इस पर विचार करेगी।


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