बाइक बोट के नाम पर हुआ हजारों करोड़ का घोटाला, निवेशकों को नहीं हो रही अदायगी

punjabkesari.in Friday, Nov 15, 2019 - 09:36 AM (IST)

जालंधर(स.ह.): नोएडा की एक कंपनी ने बाइक बोट के नाम पर लोगों को मूर्ख बना कर हजारों करोड़ का घोटाला किया और जब बड़ी संख्या में लोगों के साथ ठगी कर ली गई तो कंपनी ने लोगों को किए गए वायदे के मुताबिक पैसे देने बंद कर दिए। इस उपरांत लोगों द्वारा अपने पैसे लेने के लिए संघर्ष का बिगुल बजा दिया गया जिसके चलते दबाव में आकर कंपनी के कई पदाधिकारियों ने आत्मसमर्पण कर दिया। उक्त बातों का प्रकटावा एडवोकेट पूनम कालिया ने किया। 

कालिया ने बताया कि बाइक बोट गर्वित इनोवेटिव प्रोमोटर्स लि. कंपनी के मालिक संजय भाटी की कंपनी ने बाइक बोट के नाम से स्कीम निकाली जिसमें बताया गया कि एक बाइक की कीमत के 62,100 रुपए जमा कराने पर एक साल में दोगुनी रकम निवेशक को वापस मिलेगी। उन्होंने बताया कि कंपनी ने 7 राज्यों के करीब सवा दो लाख से अधिक लोगों को चपत लगाई है। कंपनी ने इन लोगों से करीब हजारों करोड़ रुपए ठग लिए। कंपनी ने शुरुआत में निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए उनके खाते में किस्त भेजनी शुरू की, जो बाद में बंद कर दी गई। निवेशकों ने हंगामा शुरू किया तो कंपनी के मालिक संजय भाटी ने कोर्ट में सरैंडर कर दिया।

कंपनी ने बाइक बोट की स्कीम लाकर एक साल में दोगुनी रकम देने का झांसा देकर लोगों को शिकार बनाना शुरू किया, जिसके बाद कंपनी ने दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान, पंजाब, आंध्र प्रदेश तक अपना जाल फैला दिया। नवंबर-दिसंबर 2018 को कंपनी ने किस्त देनी बंद की तो निवेशकों की धड़कनें बढ़ने लगीं। उन्हें लगने लगा कि वह ठगी का शिकार हो गए। एक के बाद एक धीरे-धीरे निवेशक कंपनी के खिलाफ आवाज उठाने लगे।

पुलिस का दावा है कि कंपनी ने 2 लाख से अधिक लोगों से ठगी की है। हालांकि अभी तक कितनी रकम ठगी जा चुकी है इसका आकलन पुलिस नहीं कर सकी है। बाइक बोट कंपनी का मालिक संजय भाटी ग्रेटर नोएडा के चीती गांव का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि एक मॉल में भी उसने निवेश किया हुआ है। लोगों को पैसे नहीं मिल रहे हैं, जिसके चलते वह अब फिर से इकट्ठे हो चुके हैं। एडवोकेट पूनम कालिया द्वारा लोगों को इंसाफ दिलवाने के लिए ऑल इंडिया एम.एल.एम. विक्टिम (पीड़ित) हैल्प आर्गेनाइजेशन चलाकर लोगों के हक की आवाज उठाई जा रही है। कालिया का मानना है कि यदि लोग इसी तरह से इकट्ठे होकर चलें तो इंसाफ जल्द मिल सकेगा।

Edited By

Sunita sarangal