बाघा अस्पताल का जालंधर स्थित दूसरा स्कैनिंग सैंटर भी सील

punjabkesari.in Saturday, Sep 15, 2018 - 11:44 AM (IST)

जालंधर (रत्ता): पिछले दिनों बाघा अस्पताल भोगपुर में अम्बाला से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की गई छापामारी को लेकर जहां सिविल सर्जन जालंधर की कार्यप्रणाली पर कई प्रकार के प्रश्नचिन्ह लग गए हैं वहीं अब जालंधर के अधिकारी अपनी छवि सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।

शुक्रवार को सिविल सर्जन दफ्तर में हुई पी.सी.पी.एन.डी.टी. एक्ट की एडवाइजरी कमेटी की बैठक में बाघा अस्पताल के दूसरे सैंटर (जालंधर से पठानकोट रोड पर स्थित) को भी सील करने का निर्णय लिया गया। बाद में जिला परिवार कल्याण अधिकारी डा. गुरमीत कौर दुग्गल, एस.एम.ओ. डा. कुलविंद्र कौर, डा. जसमिंद्र कौर व को-आर्डीनेटर दीपक कुमार की टीम ने तुरंत बाघा अस्पताल पठानकोट रोड नजदीक रेरू चौक जाकर वहां का स्कैङ्क्षनग रूम सील कर दिया।


आखिर तीन दिन बाद क्यों याद आया दूसरा सैंटर
बाघा अस्पताल भोगपुर में छापामारी के दौरान टीम ने वहां का स्कैङ्क्षनग रूम तो उसी वक्त सील कर दिया लेकिन वापस आते हुए उन्हें शायद डा. एच.एस. कंग का दूसरा सैंटर नजर नहीं आया। अब जब मामला सरकार के नोटिस में आ गया और मामले की जांच विभिन्न अधिकारियों ने शुरू कर दी तो आनन-फानन में सिविल सर्जन जालंधर ने एडवाइजरी कमेटी की बैठक बुलाकर उसका दूसरा सैंटर सील करने के आर्डर दे दिए। सोचने वाली बात यह है कि बाघा अस्पताल, पठानकोट रोड की जांच उसी दिन या अगले दिन क्यों नहीं की गई?

सिविल सर्जन ने जारी किया बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ संबंधी प्रैस नोट
बाघा अस्पताल में छापामारी को लेकर अब जहां सिविल सर्जन जालंधर शक के घेरे में आ चुकी है वहीं शुक्रवार को उन्होंने एक विशेष प्रैस नोट जारी कर ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ को बढ़ावा देने की बात की है।

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