सेहरा मर्डर केसःपुलिस के हाथ लग चुकी है हमले की प्लानिंग की वीडियो फुटेज!

punjabkesari.in Tuesday, Feb 12, 2019 - 08:31 AM (IST)

जालंधर(स.ह.): सेहरा मर्डर केस में पुलिस के हाथ सेहरा ब्रदर्ज पर हुए हमले की प्लाङ्क्षनग की वीडियो फुटेज लग चुकी है, लेकिन फिर भी पुलिस इस बारे में कोई खुलासा नहीं कर रही है। सूत्रों के अनुसार सेहरा ब्रदर्ज पर हमले की प्लानिंग दाना मंडी की एक दुकान में रविवार को हुई थी और मंगलावर को हमला किया गया था। हमले की प्लाङ्क्षनग से पहले ही वारदात को अंजाम देने के लिए हथियार आरोपियों तक पहुंच चुके थे। प्लानिंग में यह तय हुआ था कि हमला किस दिन करना है और कितने लोग हमला करेंगे। इस दौरान बैकअप को भी पुख्ता किया गया था ताकि अगर विरोधी धड़ा भारी पड़ जाता है तो किस तरह एग्जिट करना है। 

केस में नामजद एक आरोपी कबूल चुका है कि 10 हजार में उपलब्ध कराए थे वाहन
सूत्रों की मानें तो केस में नामजद एक ऐसा आरोपी जिसकी पुलिस ने गिरफ्तारी नहीं दिखाई है, इन्वैस्टीगेशन में कबूल चुका है कि सेहरा ब्रदर्ज पर हमले के लिए उसने १० हजार में मोटरसाइकिल और एक्टिवा उपलब्ध कराई थी। गौरतलब है कि मुख्य आरोपी गोपी बाजवा ने सरैंडर किया था, गोपी के सरैंडर से पहले ही पुलिस केस में नामजद डिप्टी, चिद्दी व नोनी को उठा चुकी थी। सूत्रों का कहना है कि इन्ही की निशानदेही पर पुलिस ने दिल्ली के रोहिणी स्थित फ्लैट से गोल्डी और विकास कल्याण को गिरफ्तार किया था। 

पुलिस को पहले ही पता था कि शहर में आ चुके हैं हथियार
महानगर के गलियारों में यह चर्चा बनी हुई है कि पुलिस को पहले ही पता लग चुका था कि शहर में अवैध हथियार आ चुके हैं, लेकिन फिर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिस कारण बाबा को गोलीकांड में अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।

पुलिस के पास नहीं है प्लानिंग की फुटेज : डी.सी.पी. गुरमीत
इस मामले में जब डी.सी.पी. गुरमीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पुलिस के हाथ हमले की प्लाङ्क्षनग संबंधी कोई फुटेज नहीं लगी है। केस में किसी को भी अभी क्लीन चिट नहीं दी गई है। डिप्टी को पैरोल खत्म होने पर जेल जरूर भेज दिया गया है, लेकिन केस में अभी जांच जारी है।प्लाङ्क्षनग में ३ टारगेट पर हमला करना हुआ था तय

दानामंडी की दुकान में हुई प्लानिंग में 3 टारगेट पर हमला करना तय हुआ था जिसमें सेहरा ब्रदर्ज के अलावा 2 अन्य टारगेट थे और ये दोनों ही मैचों में बुक लगाने का काम करते हैं जिनके लिए पंजाब में कई पंटर काम करते हैं। हमले के लिए सबसे पहले सेहरा ब्रदर्ज को चुना गया था। आरोपियों ने अपनी तरफ से सेहरा ब्रदर्ज पर अंधाधुंध गोलियां बरसाई थीं और उन्हें लगा था कि दोनों भाई ढेर हो गए हैं, लेकिन कमलप्रीत बच गया और उसने हमले की पोल खोल दी। आरोपी अगर पकड़े न जाते तो उनकी योजना थी कि 5 दिन अंडरग्राऊंड रह कर अगले टारगेट को खत्म करेंगे। आरोपी शहर में सिलसिले वार वारदातों को अंजाम देकर अपना वर्चस्व कायम करना चाहते थे, लेकिन वे अपनी इस प्लानिंग में कामयाब हो पाते, इससे पहले पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया, लेकिन केस में शामिल कुछ आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।आरोपी हिरासत में, फिर गिरफ्तारी क्यों नहीं दिखा रही पुलिस?

सेहरा मर्डर केस में पुलिस केस में नामजद कुछ आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं दिखा रही है। पुलिस कमिश्नर ने प्रैस कांफ्रैंस में माना था कि केस में नामजद कुछ आरोपियों को इन्वैस्टीगेशन में शामिल कर लिया गया है। सूत्रों की मानें तो आरोपियों से सी.आई.ए. और थाना सदर में बैठा कर जांच भी की गई लेकिन किसी की गिरफ्तारी नहीं दिखाई गई। केस में डिप्टी को भी नामजद किया गया था, लेकिन डिप्टी की पैरोल खत्म होने पर उसे जेल भेज दिया गया। जेल भेजे जाने तक डिप्टी को भी पुलिस ने पूछताछ के लिए थाने में ही रखा हुआ था। पुलिस ने यह भी साफ नहीं किया कि डिप्टी की इस मामले में कोई भूमिका है या नहीं। सूत्रों के अनुसार कुछ आरोपियों को क्लीन चिट देने की तैयारी चल रही है।


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