शाहकोट उप-चुनाव के मद्देनजर नवनियुक्त सब-रजिस्ट्रार-1 किए गए रिलीव

punjabkesari.in Friday, May 11, 2018 - 08:24 AM (IST)

जालंधर(अमित): प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में क्रिएट की गई 20 नई सब-रजिस्ट्रार की पोस्टों में से बतौर जालंधर के सब-रजिस्ट्रार-1 तरसेम सिंह, जिन्होंने गत दिवस अपना कार्यभार संभाला था, गुरुवार को उन्हें अपना पद छोडऩा पड़ा। जानकारी के अनुसार शाहकोट उप-चुनाव के मद्देनजर डी.सी.-कम -जिला चुनाव अधिकारी वरिंदर कुमार शर्मा ने आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने की वजह से उनकी नियुक्ति को लेकर उठ रहे सवालों को देखते हुए तुरंत प्रभाव से उनकी रिलीविंग के आदेश जारी कर दिए।

उन्हें दोबारा से अपनी पुरानी पोस्टिंग मुकेरियां भेजा गया है। गौर हो कि पंजाब केसरी की तरफ से इस संबंधी पहले ही प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था कि कोड लागू होने की वजह से इस नियुक्ति को लेकर बवाल खड़ा हो सकता है।

दूसरे दिन 2 अधिकारियों ने किया रजिस्ट्रेशन का काम
सब-रजिस्ट्रार बिल्डिंग में स्थित सब-रजिस्ट्रार जालंधर-1 के इतिहास में शायद ऐसा पहली बार हुआ है कि एक ही दफ्तर में लगातार दो दिन एक नहीं बल्कि 2 अधिकारियों ने रजिस्ट्रेशन का काम सम्पन्न किया। गत दिवस नवनियुक्त सब-रजिस्ट्रार तरसेम सिंह जब वहां पहुंचे थे, उस समय तक नायब तहसीलदार-1 गुरप्रीत सिंह रजिस्ट्रेशन का काम आरंभ कर चुके थे और कुछ दस्तावेज उनके द्वारा रजिस्टर भी किए गए थे। मगर बाद में तरसेम सिंह ने रजिस्ट्रेशन का काम किया। मगर जैसे ही डी.सी. द्वारा उन्हें रिवील करने की सूचना प्राप्त हुई। बाद दोपहर नायब तहसीलदार-1 गुरप्रीत सिंह ने रजिस्ट्रेशन का काम संभाला। 

चार्ज संभालने में जल्दबाजी करने और बिना रिलीविंग के नई जगह आने की चर्चा
गुरुवार को पूरे तहसील में सुबह से लेकर शाम तक इस बात की चर्चा चलती रही कि सब-रजिस्ट्रार तरसेम सिंह ने जल्दबाजी में चार्ज संभाला है, क्योंकि आमतौर पर आदेश जारी होने के बाद अधिकारियों को रिलीव होने में 1-2 दिन का समय लग जाता है। नई जगह पर चार्ज लेने में कुछ दिन अवश्य लगते हैं। मगर इस बार आदेश जारी होते ही अगले दिन आनन-फानन में तरसेम सिंह ने सुबह मुकेरियां से जालंधर आकर ज्वाइनिंग रिपोर्ट दे दी, जिसको लेकर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं।

दबी जुबान में लोगों का यही कहना है कि एक्सटैंशन पर चल रहे अधिकारी, जिसकी रिटायरमैंट को कुछ महीने शेष पड़े हैं, को शायद इस मलाईदार सीट पर आने की बड़ी जल्दी थी, इसीलिए वह बिना रिलीविंग दिए ही नई जगह चार्ज लेने पहुंच गए।  सूत्रों की मानें तो उक्त अधिकारी जालंधर जैसी वी.आई.पी. सीट पर तैनाती से इतने उत्साहित थे कि गुरुवार सुबह ही उन्होंने इन्कम्बैंसी बोर्ड पर अपना नाम लिखने और नया बोर्ड लगाने की हिदायतें तक जारी कर दी थी। दोपहर को रिलीविंग की जानकारी मिलने  तक तो उन्होंने दो दिन में की गई सारी रजिस्ट्रियों का हिसाब भी मांग लिया, ताकि वह कम से कम बहती गंगा में हाथ तो धो सकें। 

Anjna