वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत, भारत को मिलेगा फायदा

punjabkesari.in Tuesday, Feb 26, 2019 - 10:21 AM (IST)

जालंधर(धवन): वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के संकेत स्पष्ट तौर पर दिखाई दे रहे हैं। यूरोप में लगी प्रदर्शनी में भाग लेने गए एच.आर. इंटरनैशनल के डायरैक्टर व प्रमुख निर्यातक सुरेश शर्मा ने बताया कि यूरोप में काम कर रही कम्पनियां भारत की तरफ देख रही हैं। भारतीय निर्यातकों को आने वाले दिनों में काफी आर्डर मिलने के आसार हैं। उन्होंने कहा कि यूरोप के अलावा वह अमरीका भी गए हैं तथा अमरीकी कम्पनियां भी भारत के साथ हाथ मिलाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। चीन से आने वाले उत्पादों पर अमरीका ने भारी-भरकम ड्यूटियां लगा रखी हैं जिसे देखते हुए चीनी उत्पाद अब अमरीका में कम पहुंच रहे हैं।

अमरीकी कम्पनियां भी चीन से महंगा माल मंगवाने के लिए तैयार नहीं हैं, इसलिए वे भारतीय कम्पनियों को आर्डर देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब भारत सरकार को घरेलू उद्योगों के विस्तार के लिए अपना सहयोग देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार जब उद्योगों को सस्ती जमीन तथा सस्ता ऋण देगी तो उद्योगों का विस्तार हो जाएगा। अभी तक सरकार ने लघु उद्योगों का स्तर ऊंचा उठाने के लिए कोई प्रयास नहीं किए हैं। इसके लिए आने वाले दिनों में सरकार से उम्मीदें तो हैं परंतु फिलहाल चुनावों के कारण यह कार्य इस वर्ष के मध्य में ही शुरू हो सकेगा। सुरेश शर्मा ने कहा कि यूरोप तथा अमरीका की कम्पनियंों ने भारतीय उद्यमियों द्वारा लगाए गए स्टालों में गहन दिलचस्पी दिखाई है तथा उन्होंने यह भी पूछा है कि भारतीय कम्पनियां कितनी क्षमता तक अपने उत्पाद यूरोप व अमरीका में भेज सकती हैं।

वैश्विक अर्थव्यवस्था में सुधार के स्पष्ट संकेत सामने आए हैं। इसका फायदा भारत को उठाना चाहिए अन्यथा अमरीकी कम्पनियां फिर से चीन की तरफ रुख कर लेंगी। भारतीय उद्यमी ने कहा कि भारतीय लघु उद्योगों की इस समय मुख्य समस्या यह है कि वह अपनी उत्पादन क्षमता को ज्यादा बढ़ा नहीं सकती हैं। उत्पादन क्षमता बढ़ाने की एक सीमा है। भारत की तुलना में अगर चीन के उद्योगों की बात की जाए तो वहां बड़े उद्योग स्थापित हुए हैं। उनकी उत्पादन क्षमता भारत की तुलना में काफी अधिक है। भारत के लिए आने वाले वर्ष बेहतर ही सिद्ध होंगे क्योंकि भारतीय कम्पनियों के उत्पादों की क्वालिटी भी चीन से बेहतर है।

Anjna