नाइजीरियन हैरोइन तस्कर पंजाबी साथी सहित दिल्ली से गिरफ्तार

punjabkesari.in Tuesday, Jun 19, 2018 - 07:30 AM (IST)

जालंधर (वरुण): सी.आई.ए. स्टाफ की पुलिस ने दिल्ली के उत्तम नगर में छापामारी कर नाइजीरियन हैरोइन तस्कर व उसके पंजाबी साथी को गिरफ्तार किया है, जिनसे 450 ग्राम हैरोइन बरामद हुई है। ए.सी.पी. इन्वैस्टीगेशन गुरमेल सिंह ने बताया कि सी.आई.ए. स्टाफ के इंचार्ज अजय सिंह के नेतृत्व में ए.एस.आई. ब्रह्म लाल ने 2 दिन पहले फोकल प्वाइंट के नजदीक से आकाशदीप को 50 ग्राम हैरोइन सहित पकड़ा था। उनसे पूछताछ में पता लगा कि उसने हैरोइन बठिंडा के महराज निवासी रेशम सिंह उर्फ दर्शन सिंह से खरीदी थी। पुलिस ने बठिंडा में ट्रैप लगाया तो डस्टर कार सवार रेशम सिंह को गिरफ्तार कर उससे 200 ग्राम हैरोइन बरामद हुई।

उससे पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह दिल्ली के उत्तम नगर में रहने वाले नाइजीरियन तस्कर माओ रैफल पुत्र जॉन से हैरोइन लेकर आता था। पुलिस ने रेशम सिंह को साथ लेक र रविवार सुबह दिल्ली में रेड कर माओ रैफल को भी गिरफ्तार कर लिया जिससे 250 ग्राम हैरोइन बरामद हुई। पुलिस ने दोनों आरोपियों को जालंधर लाकर अदालत में पेश कर दो दिन का रिमांड लिया है। माओ रैफल ने पूछताछ में बताया कि  वह 2013 में भारत में  विजिटर वीजा , जो जुलाई 2018 को खत्म होना है, पर आया था। इंस्पैक्टर अजय सिंह का कहना है कि नाइजीरियन तस्कर काफी सालों से हैरोइन बेचने का काम कर रहा था। सी.आई.ए. स्टाफ की पुलिस सबसे पहले गिरफ्तार हुए अकाशदीप को जेल भेज चुकी है जबकि रैफल व रेशम सिंह को 2 दिन के रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने उनके मोबाइल नंबर की डिटेल निकलवा कर और लिंक खंगालने शुरू कर दिए हैंं। वहीं रेशम से मिली डस्टर कार  उसकी पत्नी के नाम पर निकली है।  

नाम बदल कर रह रहे रेशम सिंह की थी बठिंडा पुलिस को तलाश
रेशम सिंह काफी शातिर किस्म का तस्कर है। बठिंडा में रहने वाला रेशम सिंह वहां पर हर किसी को खुद का नाम दर्शन सिंह बताता था। उसका न ही तो घर का अड्रैस किसी को पता था  और न ही कोई उसकी पहचान रखता था। मैरिज ब्यूरो का काम करने वाले रेशम सिंह की तलाश बठिंडा पुलिस को भी थी, लेकिन आकाशदीप रेशम सिंह की पहचान रखता था, जिस कारण सी.आई.ए. स्टाफ ने आसानी से उसे ढंूढ निकाला। रेशम सिंह खिलाफ बठिंडा में 2 केस दर्ज हैं। एक केस में जब वह जेल गया तो वहां उसे किसी ने रैफल का नंबर दिया था। जेल के बाहर आकर रेशम सिंह ने रैफल से फोन पर सम्पर्क किया, जिसके बाद वह उससे हैरोइन लाकर अलग अलग स्थानों पर सप्लाई दिया करता था। 

पंजाब बार्डर पर ही हैरोइन देकर वापस चला जाता था रैफल
सी.आई.ए. स्टाफ की मानें तो नाइजीरियन तस्कर पंजाब बार्डर से ही हैरोइन बेच कर वापस दिल्ली चला जाता था। इसका कारण यह बताया जा रहा है कि नाइजीरियन तस्करों में पंजाब पुलिस का इतना खौफ है कि वे पंजाब में खुद आने से डरते हैं। पंजाब में सप्लाई देने के लिए उन्होंने पंजाबी युवकों का साथ लिया हुआ है। दिल्ली का उत्तम नगर हैरोइन तस्करों से भरा पड़ा है। किराए की कोठियों में नाइजीरियन तस्कर वहां खुलकर तस्करी कर रहे हैं। 

Anjna