कर्नाटक में 12 को मतदान, उम्मीदवार ज्योतिषियों की शरण में

punjabkesari.in Saturday, Apr 21, 2018 - 01:55 PM (IST)

जालंधर(धवन): कर्नाटक में राज्य विधानसभा के आम चुनावों के लिए मतदान 12 मई को होना है। 12 तारीख का जोड़ 3 अंक बनता है इसलिए कई उम्मीदवार इस अंक को लेकर भयभीत हैं जिस कारण वे ज्योतिषियों की शरण में जाकर अपना सियासी भविष्य जानने की कोशिशों में लगे हैं। कर्नाटक के चुनावी नतीजे भी 15 मई, जोकि अमावस्या का दिन है, को घोषित होने हैं। इसे भी कई उम्मीदवार अशुभ दिन के रूप में ले रहे हैं।

इन दोनों तारीखों से भयभीत उम्मीदवार अपने नामांकन पत्र शुभ तारीखों में दायर करना चाहते हैं जिस कारण उन्होंने ज्योतिषियों का सहारा लिया हुआ है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के नेतृत्व में चल रही है। कई पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने भी कर्नाटक के संभावित चुनावी नतीजों के लेकर ज्योतिषियों से चर्चा की है। कई ज्योतिषियों ने कर्नाटक में कड़े मुकाबले का जिक्र करते हुए कांग्रेस को कुल मिलाकर बढ़त दी है। कुछ उम्मीदवारों द्वारा ज्योतिषियों की सलाह पर हवन यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है ताकि वे अपने विरोधी उम्मीदवार की हार को यकीनी बना सकें। इसके विपरीत कुछ उम्मीदवार ऐसे भी हैं जो अशुभ समय के दौरान अपने नामांकन भर रहे हैं। कांग्रेस उम्मीदवार सतीश झारकीहोली ने ऐलान किया है कि वह अपने नामांकन पत्र राहूकाल के दौरान भरेंगे। विधानसभा चुनावों में हार-जीत को लेकर उम्मीदवार अक्सर भय के साए में रहते हैं।

कर्नाटक में चुनावी मुकाबला सत्ताधारी कांग्रेस व भाजपा के बीच में है। इसलिए सभी पार्टियों के उम्मीदवारों द्वारा शुभ समय निकलवा कर नामांकन दायर करने का निर्णय लिया गया है। यह तो चुनावी नतीजे ही बताएंगे कि किस उम्मीदवार की हार होगी व किसकी जीत परन्तु उम्मीदवार अपनी तरफ से जीत को यकीनी बनाने के लिए कोई भी कसर शेष छोडऩा नहीं चाहते हैं।  कर्नाटक में ज्योतिषियों के पास आजकल समय की कमी है, क्योंकि अपना सियासी भविष्य सुरक्षित रखने के लिए कई उम्मीदवार धार्मिक स्थलों की यात्रा भी करके आए हैं। कुल मिलाकर 15 मई का दिन न केवल कर्नाटक बल्कि देश की राजनीति के लिए भी काफी अहम है। उस दिन चुनावी नतीजे घोषित होने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर भी सियासी घमासान तेज होगा।  

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