आत्महत्या का कारण भी बन सकता है तनाव : डा. समिता वासुदेव
punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2019 - 11:07 AM (IST)
जालन्धर(रत्ता): आजकल की भागदौड़ एवं प्रतिस्पर्धा वाली जिंदगी के चलते अधिकांश लोग तनाव में रहते हैं और इससे छुटकारा पाने हेतु दवाइयों के साथ-साथ कई बार मादक पदार्थों का सेवन भी करते हैं जबकि वास्तविकता में बिना दवाइयों के भी तनाव से छुटकारा पाया जा सकता है। यह जानकारी बी.एम.सी. चौक के निकट स्थित लाजवंती अस्पताल में चल रहे मुस्कान काऊंसलिंग एंड साइकोथैरेपी सैंटर की प्रमुख साइकोलॉजिस्ट डा. समिता वासुदेव ने दी।
उन्होंने बताया कि मानसिक तनाव को अगर दूर न किया जाए तो यह अन्य बीमारियों तथा कई बार आत्महत्या करने तक का कारण बन जाता है। तनाव के कारण ही व्यक्ति के मन में हमेशा नकारात्मक विचार आते रहते हैं जबकि तनाव से छुटकारा पाने हेतु सकारात्मक सोच भी जरूरी होती है।डा. समिता ने बताया कि नींद में परिवर्तन, मन बेचैन रहना, किसी काम में मन न लगना, बच्चे का पढ़ाई में पिछडऩा, वैवाहिक जीवन में परेशानियां, चिड़चिड़ापन इत्यादि तनाव के कारण होते हैं और इन सभी समस्याओं का बिना दवाइयों के हल संभव है तथा अब तक कई लोग उनके सैंटर में आकर इन समस्याओं से छुटकारा पा चुके हैं।