पराली जलाने के केस रुके नहींः 30 किसानों पर केस दर्ज, 2 गिरफ्तार, 40 के कटे चालान

punjabkesari.in Monday, Nov 11, 2019 - 10:31 AM (IST)

जालंधर/भोगपुर(बुलंद/महेश/सूरी): पंजाब में पराली जलाने के मामले रूक नहीं रहे हैं। राज्य के अलग-अलग जिलों में भी पराली जलाने के केस सामने आए हैं। इनमें खन्ना में 112 पराली जलाने के केस सामने आए हैं, जिनमें से 40 किसानों के चालान काटे हैं। इसके अलावा नवांशहर में पराली जलाने वाले 2 किसानों को गिरफ्तार किया गया है। जालंधर में 2, बरनाला में 6, मोगा में 15 व लुधियाना में 7 किसानों पर केस दर्ज किए गए हैं। जिला जालंधर में पराली जलाने के केसों में शनिवार को तो कमी दर्ज की गई थी, लेकिन रविवार को दोबारा पराली जलाने के केसों में बढ़ौतरी देखी गई।

रविवार को 36 स्थानों पर पराली जलाने के केसों के बारे में पंजाब रिमोट सैंसिंग सैंटर की ओर से जालंधर प्रशासन को जानकारी भेजी गई है। आज 36 मामलों सहित अब तक जिला प्रशासन के पास कुल 1528 केस पराली जलाने के पहुंच चुके हैं। वहीं गांव भोगपुर व चाचोवाल में पराली जलाने के 2 मामले दर्ज किए गए हैं। उधर, पराली जलाने के केस लगातार जारी होने के बावजूद पिछले 2 दिनों से प्रशासन ने इन मामलों में कार्रवाई करने को लेकर छूट दी हुई है। 2 दिनों से न तो किसी पराली जलाने वाले मामले में कोई पुलिस केस दर्ज हुआ है और न ही कोई जुर्माना हुआ है। 

जानकारी के अनुसार थाना भोगपुर में आज 8वां मामला भोगपुर निवासी किसान जसवीर सिंह उर्फ शीरा पुत्र जोगिन्द्र सिंह के खिलाफ दर्ज किया गया है। उक्त क्षेत्र में अब तक 8 मामले दर्ज किए गए हैं। थानेदार सलिन्द्र सिंह पुलिस पार्टी के साथ गश्त करते हुए सरकारी स्कूल लडोआ के पास के बांध के नजदीक पहुंचे तो वहां एक खेत में धान के अवशेष और पराली को आग लगी हुई थी, जिसके पास एक सरदार व्यक्ति खड़ा था। पुलिस पार्टी की तरफ से पूछताछ करने पर उसने बताया कि उसने मास्टर निवासी टांडी की जमीन ठेके पर लेकर धान की फसल बीजी थी व फसल काटने के बाद धान के अवशेष और पराली को आग लगाई है। पुलिस ने जसवीर सिंह उर्फ शीरा के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

इसी तरह रविवार को थाना सदर के अधीन आते गांव चाचोवाल में पराली को आग लगाए जाने का एक और मामला सामने आया है। हालांकि किस किसान के खेतों में यह आग लगाई गई, का नाम सामने नहीं आया है लेकिन इसके बावजूद ए.एस.आई. मुखत्यार सिंह ने पूरी जांच के बाद अज्ञात व्यक्ति पर थाना सदर में आई.पी.सी. की धारा 188 के तहत केस दर्ज कर लिया है। पुलिस पराली को आग लगाने वाले किसान का पता लगाने का प्रयास कर रही है। ए.सी.पी. मेजर सिंह ढड्डा ने बताया कि पराली को आग लगाने को लेकर पिछले कुछ दिनों में थाना सदर में करीब एक दर्जन केस दर्ज किए जा चुके हैं और आगे भी यह सिलसिला जारी है। 

मामले के बारे में प्राप्त आंकड़ों के अनुसार पिछले 6 दिनों में जालंधर जिले की 5 सब-डिवीजनों में से जालंधर-1 में पराली जलाने के 82 मामले, जालंधर-2 में 173 मामले, नकोदर में 432 मामले, शाहकोट में 409 मामले और फिल्लौर में 432 मामले सामने आ चुके हैं, जो कुल 1528 केस बनते हैं। इनमें से अब तक कुल 322 केसों में 9.10 लाख रुपए जुर्माना किया गया है। 256 केसों में किसानों की जमीन को रैड कैटागरी में शामिल किया गया है। अभी तक 61 केसों में एफ.आई.आर. दर्ज हुई हैं, लेकिन यह डाटा 8 नवम्बर से ज्यों का त्यों है। पराली जलाने के केस बढ़े हैं, परंतु कार्रवाई नहीं बढ़ी।

वहीं मामले के बारे में प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी का कहना है कि नकोदर, शाहकोट व फिल्लौर में पराली जलाने के अधिकतर केस सामने आ रहे हैं। इन तीनों हलकों पर प्रशासन कड़ी नजर रखे हुए है, लेकिन किसान अभी तक अपना फर्ज निभाने में पिछड़ रहे हैं। वहीं कूड़ा जलाने को लेकर आम लोगों में जागरूकता नहीं है। पुलिस भी अभी तक कूड़ा जलाने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं कर पा रही है। ऐसे में समाज के सारे वर्गों को एकजुट होकर वातावरण को बचाने के लिए काम करना होगा।
 

Edited By

Sunita sarangal