हिरासत में लिए गए स्टूडैंट्स के पुलिस ने लिए फिंगर प्रिंट्स,बदला फेसबुक आई.डी. का पासवर्ड

punjabkesari.in Sunday, Oct 14, 2018 - 02:07 PM (IST)

जालंधर(मृदुल): सी.टी. इंस्टीच्यूट से 3 आतंकियों के पकड़े  जाने के बाद इंटैलीजैंस व पुलिस द्वारा गत दिवस विरदी कॉलोनी से उठाए गए 5 स्टूडैंट्स में से 4 ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि  उन्होंने आज तक कभी थाने का मुंह तक नहीं देखा था, इसलिए वे पुलिस का पहली बार सामना करने पर घबरा गए थे। पुलिस ने उन्हें देर रात छोड़ तो दिया, मगर उनका पूरा बायोडाटा और फिंगर प्रिंट्स भी लिए गए। हाइट और आंखेंस्कैन कर ली, उनकी फेसबुक आई.डी. का पासवर्ड लेकर बाद में बदल दिया, ताकि उनकी फेसबुक आई.डी. जांच सके कि कहीं किसी संदिग्ध  व्यक्ति का मैसेज तो नहीं आया। हालांकि कल पकड़े गए 5  आरोपियों में से एक को उसके परिजन घर ले गए हैं।  

पुलिस में इंस्पैक्टर का बेटा है तौसीफ अहमद

पुलवामा निवासी तौसीफ अहमद ने बताया कि वह सेंट सोल्जर में बी.बी.ए.-थर्ड ईयर का स्टूडैंट है। पिता बशीर अहमद जम्मू-कश्मीर पुलिस में इंस्पैक्टर है।वे 4 भाई-बहन हैं, वह सबसे छोटा है। पुलवामा में उसने 10वीं और 12वीं सी.एच.एस. स्कूल से की। पिता के कहने पर वह यहां आ गया था। 
टैस्ट क्लीयर करने के बाद पहली बार 9 अगस्त 2017 को जालंधर आया था जिसके बाद से अब तक वह 2 बार कश्मीर अपने परिवार को मिलने के लिए छुट्टियों में गया । जब पुलिस उसे अचानक उठाकर सी.आई.ए स्टाफ ले गई तो उसे काफी डर लगा रहा था। वह गिरफ्तार आतंकी जाहिद, मोहम्मद इदरीस शाह और अन्य को जानता तक नहीं है। 

अवंतीपुरा का निवासी है यूनुस अहमद
दूसरे स्टूडैंट यूनुस अहमद ने बताया कि  उनके पिता अब्दुल शाह गवर्नमैंट सर्विस में है व पुलवामा में सेब के बाग संभालते हैं। वह मूल रूप से अवंतीपुरा का रहने वाला है और सेंट सोल्जर इंस्टीच्यूट में एम.सी.ए. थर्ड सैमस्टर का स्टूडैंट है। परिवार में मां के साथ एक भाई और बहनें हैं। उसने 10वीं क्लास से लेकर बी.सी.ए. तक पुलवामा में ही की है। साल 2017 में सेंट सोल्जर इंस्टीच्यूट में दाखिला लिया था। उसके साथ उसके रूममेट मुदसिर और आबिद भी रहते हैं जोकि प्राइवेट जॉब करते हैं। डेढ़ साल के अंतराल में अब तक 3 बार अपने घर गया था और  हाल ही में 15 सितम्बर को कश्मीर स्थित अपने घर से वापस लौटा है। 

दोस्त के कहने पर जालंधर आया था अब्दुल हामिद
तीसरे स्टूडैंट अब्दुल हामिद ने बताया कि वह भी पुलवामा का ही रहने वाला है। परिवार में उसके 4 भाई-बहन हैं। उसने 10वीं और 12वीं क्लास जीएच स्कूल में है व बी.एससी. (एम.एल.एस) करने के लिए अपने दोस्त साहिल रफीक भट्ट के कहने पर  जालंधर आया था जो इसी कॉलेज में पढ़ता है।  

पुलिस ने की 6 घंटे पूछताछ  : जुनैद

चौथे स्टूडैंट जुनैदने बताया कि वह सेंट सोल्जर इंस्टीच्यूट मेंपिछले एक साल से बी.सी.ए. की पढ़ाई कर रहा है व मूल रूप से अवंतीपुरा का रहने वाला है। उसके परिवार में कुल 5 लोग रहते हैं। 
वह भाई-बहनों में सबसे छोटा है। पिता अली शेख आर.एंड बी. में जॉब कर रहे हैं। वह पहली बार 15 अगस्त 2016 को जालंधर आया था जिसके बाद वह 4 बार कश्मीर  अपने घर होकर आया था। कल जब उसे पुलिस ने आखिर उठाया तो उसे कुछ पता ही नहीं था। पुलिस ने हमसे तकरीबन 6 घंटे सी.आई.ए. स्टाफ में पूछताछ की है।  

परिजनों ने डर के मारे फोन किए बंद ! 
वहीं पंजाब केसरी की ओर से जब कल विरदी कॉलोनी से उठाए गए 5 आरोपियों के परिजनों को फोन करने की कोशिश की गई तो खबर लिखे जाने तक सब युवकों के परिजनों के  फोन बंद थे। 

 
आतंकियों के मोबाइल डिटेल से लुधियाना के बुजुर्ग का मिला लिंक 

 सी.आई.ए. स्टाफ की टीम ने शनिवार को लुधियाना में रेड करके एक बुजुर्ग को हिरासत में लिया है जिससे पूछताछ की जा रही है। आतंकियों की कॉल डिटेल से इस बुजुर्ग का मोबाइल नंबर मिला था जिसके बाद सी.आई.ए. स्टाफ की टीम इस बुजुर्ग की तलाश करते हुए लुधियाना के बस्ती जोधेवाल पहुंची व मोबाइल लोकेशन मिलने के बाद उसे उठा लिया। 

आतंकियों को नशा सप्लाई करती थी अशोक विहार से उठाई महिला प्रधान
शुक्रवार को अशोक विहार से उठाई गई महिला प्रधान आतंकियों को नशा सप्लाई करती थी। बताया जा रहा है कि इन आतंकियों में से 2 आतंकी चरस पीते हैं। यह महिला काफी समय से नशा बेचने का काम करती है। मूल रूप से नेपाल की रहनी वाली इस महिला पर पहले भी नशा बेचने के केस दर्ज हैं। 

आतंकियों को साथ लेकर शहर के बाहर जाएगी पुलिस व खुफिया एजैंसियां
जल्द ही आतंकियों को साथ लेकर पुलिस व खुफिया एजैंसी तरनतारन, धारीवाल व जे. एंड के. लेकर जा सकती है। हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि नहीं की लेकिन सूत्रों की मानें तो इन आतंकियों को हथियार जालंधर तक लाने का सारा सीन रिक्रिएट करने के लिए ले जाया जाएगा। 

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