स्मार्टफोन व लैपटॉप ने ‘हाईजैक’ की गर्मी की छुट्टियां

punjabkesari.in Sunday, Jun 24, 2018 - 01:58 PM (IST)

जालंधर (सुमित): स्टडी लाइफ में बच्चे छोटे हों या बड़े हर किसी को जून-जुलाई के माह का बेसब्री से इंतजार रहता है। इस माह में उनको कम से कम एक माह या कइयों को तो डेढ़  माह के लिए गर्मी की छुट्टियां होती हैं। ये दिन विद्यार्थियों के लिए पूरे साल में से सबसे ज्यादा पसंदीदा होते हैं।

हालांकि स्कूलों वाले विद्यार्थियों को छुट्टियों का होमवर्क भी देते हैं परन्तु इसको बच्चे अपनी मर्जी के अनुसार जब समय मिले तब कर सकते हैं। बच्चे छुट्टियों का खूब आनंद लेते हैं और घूमने के लिए  रिश्तेदारों के घर भी जाते हैं। यह सभी बातें आज से कुछ वर्ष पहले तक हू-ब-हू इसी तरीके हर विद्यार्थी पर लागू होती थी, परन्तु समय बदला और उसके साथ -साथ बच्चों का छुट्टियां मनाने का तरीका भी। टेक्नोलॉजी के इस  दौर में स्मार्ट फोन व लैपटॉप ने गर्मी की छुट्टियों को पूरी तरह ‘हाईजैक’ कर लिया है। बच्चे छुट्टियों में अन्य किसी  तरह की एक्टिविटीज में रुचि दिखाने की अपेक्षा पूरा -पूरा दिन  इंटरनैट पर बिता देते हैं। एक सर्वे में पाया गया कि नैट वर्किंग के दौरान अधिकतर बच्चे नई-नई गेम्ज डाऊनलोड करते हैं या फिर आधे से ज्यादा दिन सोशल मीडिया पर ही बिता देते हैं। यह एक गम्भीर समस्या बनती जा रही है।

पहाड़ों की सैर बनी स्टेट्स सिम्बल
गर्मी की छुट्टियों में अब बच्चे अपने रिश्तेदारों के घर जाने की अपेक्षा पहाड़ों में घूमने जाने को प्राथमिकता देते हैं। जब से फेसबुक, इंस्टाग्राम व ट्विटर जैसी सोशल मीडिया एपस आई हैं तब से  पहाड़ों की सैर एक स्टेट्स सिंबल- सा बन गई है, क्योंकि हर कोई फेसबुक या अन्य एप्स पर फोटो अपलोड करके यह दिखाना चाहता है कि हम लोग पहाड़ों में घूम कर आए हैं। इससे बच्चों का मनोरंजन तो हो  जाता है पर वे अपने करीबी रिश्तों से भी दूर हो जाते हैं, क्योंकि दादा -दादी या नाना- नानी, जो साल भर यह सुनकर गुजार देते हैं कि बच्चों का स्कूल चालू है, छुट्टियों में आएंगे। अब उन्हें छुट्टियों में भी यही सुनने को मिलता है कि घूमने-फिरने में ही छुट्टियां खत्म हो गईं अब अगली छुट्टियों में आएंगे। पेरैंट्स को इस ओर भी ध्यान देने की जरूरत है।

 

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