प्रदेश के 700, जिले के 63 टाइप-3 और 1 टाइप-2 सेवा केन्द्र तत्काल प्रभाव से होंगे बंद

punjabkesari.in Thursday, May 17, 2018 - 10:30 AM (IST)

जालंधर(अमित): पूर्व अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा आम जनता को उनके घर के पास ही एक ही छत के नीचे सारी सरकारी सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से खोले गए सेवा केन्द्रों का मौजूदा समय में बेहद बुरा हाल हो रखा है और आए दिन किसी न किसी सेवा केन्द्र से आम जनता के परेशान होने की खबरें सुनने को मिलती रहती हैं। पिछले लंबे समय से सेवा केन्द्रों में बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं के साथ-साथ इंटरनैट कनैक्शन, जैनरेटर व स्टाफ आदि की समस्या निरंतर जारी है, मगर सेवा केन्द्र चलाने वाली निजी कम्पनी द्वारा खामियों को पूरा करने की तरफ कोई खास ध्यान नहीं दिया जा रहा।

इस बीच प्रदेश सरकार के डी.ओ.जी.आर. विभाग (डिपार्टमैंट ऑफ गवर्नैंस रिफाम्र्स) द्वारा प्रदेश के समूह डिप्टी कमिश्नरों को पत्र लिखकर सूचित किया गया है कि निजी कम्पनी द्वारा चरणबद्ध ढंग से सेवा केन्द्र सरकार को सौंपे जाएंगे जिसमें पहले चरण में प्रदेश के 700 व जिला जालंधर के 63 टाइप-3 और 1 टाइप-2 सेवा केन्द्र तुरंत प्रभाव से बंद किए जा रहे हैं। हर जिले के डी.सी. को उनके जिलों में बंद किए जाने वाले सेवा केन्द्रों की लिस्ट भेजी जा चुकी है। गौर हो कि निरंतर आ रही शिकायतों को देखते हुए प्रदेश सरकार द्वारा विगत 24 जनवरी को मौजूदा समय में सेवा केन्द्रों का काम देख रही निजी कम्पनी बी.एल.एस. का कांट्रैक्ट रद्द करने का फैसला लिया गया था जिसके बाद 30 जनवरी को कम्पनी को इस संबंधी एक नोटिस जारी करके 180 दिन की समय-सीमा प्रदान की गई थी। प्रदेश सरकार सेवा केन्द्रों के दोबारा से टैंडर निकाल रही है।और इसके लिए जरूरी प्रक्रिया आरंभ की जा चुकी है। 

प्रदेश सरकार द्वारा लिए गए फैसले के बाद जहां पहले पूरे प्रदेश में कुल 2142 सेवा केन्द्र काम कर रहे थे, अब उनकी गिनती घटकर केवल 510 रह जाएगी, जिसमें 249 अर्बन सेवा केन्द्र होंगे और 261 रूरल सेवा केन्द्र होंगे। मौजूदा समय में सेवा केन्द्रों में केवल जी-टू-सी (गवर्नमैंट टू सिटीजन) सेवाएं ही प्रदान की जा रही हैं, मगर नए सेवा केन्द्रों में बी-टी-सी (बिजनैस टू सिटीजन) और बी-टू-बी (बिजनैस टू बिजनैस) सेवाएं देने का भी प्रावधान रखा गया है। पहले वाले मॉडल में कुल 166 जी-टू-सी सेवाएं दी जा रही हैं, मगर नए मॉडल में 14 बी-टू-सी सेवाओं की सूची जारी की गई है। गौरतलब कि जी-टू-सी सेवाएं केवल सरकार द्वारा ही आम जनता को प्रदान की जा सकती हैं, जबकि अन्य 2 सेवाएं ई-कॉमर्स की भांति सेवा केन्द्र चलाने वाली कम्पनी द्वारा आम जनता और कारोबारियों के लिए शुरू की जा सकती हैं। 
 

किस-किस अधिकारी के पास होगी टेकओवर की जिम्मेदारी?
सरकार द्वारा जारी आदेशानुसार सभी सेवा केन्द्रों की वैरीफिकेशन करके उनका टेकओवर लेने के लिए एस.डी.एम., एग्जीक्यूटिव के प्रतिनिधि व सेवा केन्द्र का निर्माण करने वाली एजैंसी, डी.टी.सी. या डी.ई.जी.सी. के अलावा एस.डी.एम. द्वारा नामित कोई सदस्य इस कमेटी का हिस्सा होगा और बड़ी बारीकी से सभी सेवा केन्द्रों की बिल्डिंग और सम्पत्ति को टेकओवर किया जाएगा। एस.डी.एम. को तुरंत कमेटी बनाकर इसकी सूचना डी.ओ.जी.आर. के पास भेजने के लिए कहा गया है। 

डी.सी. और एस.एस.पी. सेवा केन्द्रों की सुरक्षा बनाएंगे यकीनी
सरकार द्वारा आदेश जारी किया गया है कि बंद किए जाने वाले सारे सेवा केन्द्रों की सुरक्षा संबंधित डी.सी. और एस.एस.पी. यकीनी बनाएंगे। इसके लिए मौजूदा या नए चौकीदार की नियुक्ति की जा सकती है। इस काम के लिए डी.सी. के स्तर पर चौकीदार को 5 हजार रुपए प्रति सेवा केन्द्र मेहनताना भी दिया जा सकता है। चौकीदार का नाम और मोबाइल नंबर उसके सैंटर और कोड के साथ डी.ओ.जी.आर. के पास भेजा जाना अनिवार्य है।

ए.डी.सी. स्तर के सीनियर अधिकारी होंगे नोडल अफसर
सरकार द्वारा स्पष्ट किया गया है कि इस कार्य को सम्पन्न करने के लिए किसी सीनियर अधिकारी जिसमें अगर संभव हो तो ए.डी.सी. इस पूरी प्रक्रिया की निजी निगरानी के लिए नोडल अफसर नियुक्त किए जाएं जिसकी जानकारी सरकार के पास ई-मेल द्वारा भेजी जाएगी।

सेवा केन्द्र जो तत्काल प्रभाव से होंगे बंद
जो सेवा केन्द्र तत्काल प्रभाव से बंद किए जाने हैं, में न्यू राजन नगर (लैदर काम्प्लैक्स के नजदीक), मल्लोवाल, तेहांग, नंगल, जमशेर, कुदोवाल, पत्तड़ कलां, पधियाना, जी.पी. गन्ना पिंड, परजियां कलां, कालरा, रहीमपुर, बालोकी, संगोवाल, मेहसमपुर, चक्क खुर्द, भरसिंगपुरा, मलियां खुर्द, रायपुर-रसूलपुर, नगर, नंगल फीदां, बगगा, अपरा, धीना, डरौली कलां, तलवंडी माधो, राओवाली, जल्लोवाल, दोसांझ कलां, समराय, खुर्दपुर, गिल्ल, किशनपुर, जलभाई, नंगल अंबियां, कादियांवाली, बुंडाला, अट्टा, शंकर, बिल्ली बढ़ाईच, ढेरियां, कांगना, बघेला, टुट्ट कलां, बाजवा कलां, कुराला, लसाड़ा, सलेमपुर मसंदां, कंग कलां, जी.पी. पोआडरा, बड़ा सिद्धपुर, मांगेकी, जीपी भंगाला, पूरनपुर, मुहेम, कमलपुर, चम्मो, जीपी चूहेकी, नाजिका, कोहाड़ खुर्द, धूलेटा और विर्क शामिल हैं। 

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