सुपर फ्लॉप साबित हो रही है स्मार्ट सिटी से ली गई स्वीपिंग मशीन

punjabkesari.in Friday, Mar 20, 2020 - 08:54 AM (IST)

जालंधर(खुराना): आज से 6 महीने पहले 25 अक्तूबर 2019 को स्मार्ट सिटी कम्पनी जालंधर ने शहर में मैकेनिकल स्वीपिंग प्रोजैक्ट शुरू करते हुए देसी स्वीपिंग मशीन की खरीद की थी, जिसे लांच करने के लिए कांग्रेसी सांसद चौ. संतोख सिंह व विधायक बावा हैनरी, राजेन्द्र बेरी तथा सुशील रिंकू इत्यादि विशेष रूप से निगम परिसर में इक  हुए थे।

वहां मेयर, सीनियर डिप्टी मेयर, डिप्टी मेयर व कांग्रेसी पार्षदों की भीड़ के बीच इस मशीन का उद्घाटन करने के बाद सांसद चौ. संतोख सिंह ने पत्रकारों के सामने जोर-शोर से दावे किए थे कि अब शहर की सड़कों पर कूड़ा दिखाई नहीं देगा और यह मशीन सड़कों किनारे जमा मिट्टी का एक-एक कण उठा लेगी। तब मेयर ने भी दावा किया था कि अत्यंत कम पैसों से खरीदी गई इस मशीन से शहर की अच्छी तरह सफाई होगी और निगम का करोड़ों रुपया बचेगा। तब विधायकों ने भी आशा व्यक्त की थी कि यह स्वीपिंग मशीन शहर की नुहार बदल कर रख देगी।

कांग्रेसी सांसद, विधायकों तथा अन्य नेताओं के दावे तो स्वीपिंग मशीन चलने के बाद से ही झूठे साबित होने शुरू हो गए थे परंतु अब यह प्रोजैक्ट सुपर फ्लॉप साबित होता दिख रहा है क्योंकि नगर निगम इस मशीन की सही तरीके से मॉनीटरिंग ही नहीं कर पा रहा। दिखावे के तौर पर निगम ने सैनेटरी इंस्पैक्टर व जे.ई. इत्यादि की ड्यूटी मशीन के साथ लगा रखी है परंतु यह अधिकारी मशीन के साथ कभी दिखाई नहीं देते। मशीन की मॉनीटरिंग में लापरवाही की हद यह है कि नई मशीन का जी.पी.एस. सिस्टम ही पिछले 2 महीने से खराब पड़ा हुआ है, जिस ओर निगम के अधिकारियों का कोई ध्यान नहीं था। आज निगम की सैनीटेशन कमेटी की बैठक दौरान यह मामला सामने आया कि इस मशीन के शहर में चलने का कोई रिकार्ड ही नहीं है क्योंकि 25 जनवरी से इसका जी.पी.एस. सिस्टम बंद पड़ा हुआ है। 

सैनीटेशन कमेटी ने पेमैंट रोकने की सिफारिश की

पार्षद बलराज ठाकुर की चेयरमैनशिप में हुई सैनीटेशन कमेटी की बैठक दौरान स्वीपिंग मशीन की पेमैंट रोकने की सिफारिश की गई, जिस दौरान सामने आया कि अभी तक ठेकेदार ने निगम को कोई बिल सबमिट नहीं किया है। गौरतलब है कि कम्पनी द्वारा मशीन चलाने के कांट्रैक्ट के तहत एक ड्राइवर और एक हैल्पर दिया गया है, जबकि मशीन के साथ-साथ निगम का स्टाफ भी चलता है।

एक-दूसरे पर भांडा फोड़ रहे निगम के अलग-अलग विभाग

दरअसल इस देसी स्वीपिंग मशीन की खरीद स्मार्ट सिटी कम्पनी ने जालंधर नगर निगम के लिए की है। इस मशीन की मैंटीनैंस का काम निगम के ओ. एंड एम. सैल के जिम्मे है जबकि मशीन द्वारा किया जाता सफाई का काम निगम के सैनीटेशन विभाग के लिए होता है। कमेटी की बैठक दौरान सभी विभागों के अधिकारी अपनी-अपनी जिम्मेदारी दूसरों पर लादते रहे और एक-दूसरे पर भांडा फोड़ते रहे। अंत में फैसला हुआ कि नगर निगम के कमिश्रर जैसा आदेश देंगे उस हिसाब से वही विभाग मशीन की मॉनिटरिंग किया करेगा।

मशीन का काम भी तसल्लीबख्श नहीं

अकाली-भाजपा कार्यकाल दौरान मैकेनिकल स्वीपिंग के लिए जालंधर में जो मशीन लगाई गई थी वह इटली में बनी थी और आधुनिक टैक्रोलॉजी से लैस होने के कारण बहुत पावरफुल व प्रभावशाली थी परंतु कांग्रेस द्वारा खरीदी गई मशीन लुधियाना के निकट समराला कस्बे में बनी हुई है और बिल्कुल ही देसी है, जिसका काम भी तसल्लीबख्श नहीं समझा जा रहा। इसका ब्रश भी आगे-पीछे नहीं होता और पाइप द्वारा मिट्टी खींचने की पावर भी काफी कम है। मशीन का हाल यह है कि जिस स्थान पर मशीन चलनी होती है वहां पहले लेबर द्वारा मैनुअल सफाई करवाई जाती है। बरसात के दिनों में मशीन को बिल्कुल बंद रखा जाता है और जहां सड़क थोड़ी-सी भी गीली हो वहां यह मशीन बिल्कुल भी काम नहीं करती।

डाक्टर ने दिए कोरोना बाबत टिप्स

सिविल अस्पताल से आए एक डाक्टर ने आज सैनीटेशन कमेटी की बैठक दौरान इसके सदस्यों व निगम स्टाफ को कोरोना वायरस से निपटने के उपायों बाबत कई टिप्स दिए। इस अवसर पर मेयर राजा व चेयरमैन बलराज के अलावा अन्य सदस्य जगदीश समराय, सुच्चा सिंह अंगुराल, अवतार सिंह, शमशेर खैहरा इत्यादि उपस्थित रहे, जबकि कमेटी के सदस्य सतिन्द्रजीत कौर खालसा, देसराज जस्सल, शैरी चड्ढा व मनजिन्द्र सिंह च_ा गैर-हाजिर रहे। बैठक दौरान कमेटी ने वरियाणा डम्प पर दोबारा सोमवार को विजिट करने का कार्यक्रम तय किया जिस दौरान सभी विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।


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swetha

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