जिला प्रशासन ने दोनों पक्षों के सदस्यों की कमेटी गठित करने को कहा

punjabkesari.in Tuesday, Sep 17, 2019 - 12:29 PM (IST)

जालंधर(रत्ता): पिछले कई दिनों से पटेल अस्पताल तथा दिलकुशा मार्कीट की होलसेल कैमिस्ट आर्गेनाइजेशन के बीच एक सड़क को लेकर चल रहे विवाद संबंधी सोमवार को उच्चस्तरीय मीटिंग पुलिस लाइंस में हुई। इस मीटिंग में विधायक परगट सिंह, राजिन्द्र बेरी, पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर, नगर निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा, डिप्टी कमिश्नर वरिन्द्र शर्मा, मेयर जगदीश राजा, पटेल अस्पताल के प्रबंधक एवं होलसेल कैमिस्ट आर्गेनाइजेशन के पदाधिकारी भी उपस्थित थे। काफी लंबे समय तक चली इस उच्च स्तरीय मीटिंग में नगर निगम के अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट सौंपी। इसके उपरांत प्रशासनिक अधिकारियों ने दोनों पक्षों की बात सुनी। 

बैठक के अंत में प्रशासनिक अधिकारियों ने यह निर्णय लिया कि पटेल अस्पताल एवं होलसेल कैमिस्ट आर्गेनाइजेशन के 5-5 सदस्यों की एक कमेटी गठित की जाए और इस कमेटी का को-ऑर्डीनेटर दोनों पक्षों का परिचित होगा। यह कमेटी आपस में बैठकें करके इस विवाद का अगर कोई हल निकाल लेगी तो ठीक है वरना यह मामला माननीय अदालत में ही सुलझेगा।

हमारा नक्शा पास है और गिराई गई दीवार हमारी निजी सम्पत्ति : डा. सूद
पटेल अस्पताल के डा. स्वप्न सूद ने एक बार फिर दोहराया कि उनके अस्पताल का नक्शा 1979 में पास हो गया था जोकि पूरी तरह वैध है और टी.पी. स्कीम की नोटीफिकेशन कई वर्ष बाद आई। उन्होंने यह भी दावा किया कि गिराई गई दीवार पटेल अस्पताल की सम्पत्ति का हिस्सा है जोकि टी.पी. स्कीम के दायरे में नहीं आती। 

निगम रिपोर्ट में कह चुका है कि अस्पताल की कुछ मंजिलें अवैध : कैमिस्ट एसोसिएशन
बैठक के दौरान कमेटी गठित करने के निर्णय को चाहे दोनों पक्षों ने अंत में मान लिया लेकिन उससे पहले होलसेल कैमिस्ट आर्गेनाइजेशन के प्रधान रिशू वर्मा ने प्रशासनिक अधिकारियों से कहा कि नगर निगम द्वारा दी गई रिपोर्ट में उन्होंने लिखा है कि पटेल अस्पताल की कुछ मंजिलें अवैध हैं तथा जहां अस्पताल प्रबंधकों ने दीवार बनाई है, वहां टी.पी. स्कीम में गली दर्शाई गई है। 

Reported By

Bhupinder Ratta