यूनियन की ओर से हड़ताल की धमकी पर मेयर ने लिया कड़ा स्टैंड

punjabkesari.in Saturday, Feb 22, 2020 - 09:20 AM (IST)

जालंधर(खुराना):सफाई मजदूर यूनियन के प्रधान चंदन ग्रेवाल ने नगर निगम कमिश्नर को ज्ञापन सौंप कर अल्टीमेटम दिया था कि अगर निगम ने 160 सीवरमैनों को ठेके पर रखने के टैंडर को रद्द न किया तो 24 फरवरी को जालंधर नगर निगम में हड़ताल कर दी जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी निगम प्रशासन पर होगी। मेयर जगदीश राजा ने यूनियन की इस हड़ताल की धमकी को गंभीरता से लेते हुए कड़ा स्टैंड लिया है और साफ शब्दों में कहा कि हड़ताल की कॉल सरासर गैर-कानूनी है। 

सभी शहरवासियों को पता है कि निगम के पास स्टाफ की कमी है जिसके कारण रोड-गलियों की सफाई नहीं हो रही है, जिसके चलते बरसाती पानी घंटों सड़कों पर खड़ा रहता है और सड़कें जल्दी टूट जाती हैं। इन रोड-गलियों को साफ करवाने के लिए सरकार की मंजूरी से 160 मजदूर ठेके पर रखे जा रहे हैं, जो हर वार्ड में 2-2 बांटे जाएंगे। इस टैंडर को सीवरमैन यूनियन सहित सभी यूनियनों का समर्थन हासिल है और यह शहरवासियों के हित में है। 

मेयर ने कहा कि सफाई मजदूर यूनियन को लगातार भरोसा दिया जा रहा है कि इन 160 कर्मचारियों को 2 साल बाद पक्का करवा दिया जाएगा, परन्तु अपने छोटे राजनीतिक हितों की खातिर कुछ यूनियन लीडर जबरदस्ती नगर निगम का काम बंद करवाकर शहरवासियों को परेशानी में डालना चाह रहे हैं, जो किसी कीमत पर होने नहीं दिया जाएगा। बाकी यूनियनों, पार्षदों, एन.जी.ओ. तथा शहरवासियों के सहयोग से सफाई का काम आम दिनों की तरह करवाने की कोशिश की जाएगी।

मेयर ने सभी शहरवासियों से अपील की कि कुछ आदमियों की ब्लैकमेलिंग को हमेशा के लिए बंद करवा कर शहर को साफ-सुथरा और रहने योग्य बनाने में अपना योगदान दें, ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके। निगम यूनियन प्रति मेयर ने इस स्टैंड को पुख्ता करने के लिए शनिवार सुबह शहर के चारों विधायकों की एक आपात बैठक मेयर हाऊस मॉडल टाऊन में कॉल की है। अब देखना है कि यूनियन से टकराव के मामले में विधायकों और मेयर की बैठक में क्या फैसला किया जाता है? 

एल.ई.डी. स्क्रीनों पर फिजूलखर्ची और घटिया क्वालिटी का मामला भी उठेगा
मेयर ने शहर के सभी विधायकों की बैठक शनिवार सुबह कॉल तो कर ली है, परन्तु उस बैठक में यूनियन से निपटने के अलावा कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा होगी। हाल ही में निगम अधिकारियों ने फिजूलखर्ची की मिसाल कायम करते हुए 34 लाख रुपए की राशि से 2 एल.ई.डी. स्क्रीनें शहर में लगवा ली हैं, जिसके बारे में किसी विधायक या मेयर को नहीं पूछा गया। इसके अलावा टैगोर अस्पताल के सामने, मास्टर तारा सिंह नगर की मेन सड़क और कई अन्य जगहों पर ठेकेदारों द्वारा घटिया क्वालिटी के काम क रवाए जा रहे हैं जिसका मामला भी विधायकों द्वारा मेयर के सामने उठाने की संभावना है। 

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