सड़कों के टैंडरों में अब आई वैबसाइट की समस्या

punjabkesari.in Wednesday, Nov 13, 2019 - 09:15 AM (IST)

जालंधर(खुराना): नगर निगम जालंधर को इन दिनों किसी की नजर लगी हुई प्रतीत हो रही है। यही कारण लग रहा है कि इस समय शहर की तमाम सड़कें टूटी हुई हैं परंतु उन सड़कों को नए सिरे से बनाने के काम में लगातार नई-नई बाधाएं आ रही हैं।कुछ माह पहले हुए लोकसभा चुनावों दौरान सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को तब 

निराशा का मुंह देखना पड़ा था जब सांसद पद के उम्मीदवार चौधरी संतोख सिंह को जालंधर नॉर्थ तथा जालंधर सैंट्रल जैसे क्षेत्रों से हार का मुंह देखना पड़ा था और उस स्थिति के लिए जालंधर नगर निगम की वर्किंग को मुख्य जिम्मेदार ठहराया जा रहा था। चुनावों के बाद भी निगम की कार्यप्रणाली में सुधार नहीं आया बल्कि हालात पहले से ज्यादा बिगड़े हुए प्रतीत हो रहे हैं। जबरदस्त आर्थिक संकट के कारण नगर निगम शहर की सड़कों को नहीं बनवा पा रहा था और न ही चंडीगढ़ से विकास कार्यों हेतु कोई ग्रांट आ रही थी, इसके बावजूद निगम प्रशासन ने शहर की सड़कों को बनाने हेतु करीब 30 करोड़ रुपए के टैंडर लगा दिए। यही टैंडर अभी तक चक्करों में पड़े हुए हैं, जिस कारण सड़कों के सुधार की गुंजाइश धूमिल होती जा रही है क्योंकि सॢदयों का सीजन तेजी से आ रहा है।


निगम ने जब 30 करोड़ रुपए के टैंडर लगाए तो पहली बार बहुत कम ठेकेदारों ने इनमें दिलचस्पी दिखाई, जिस कारण सिंगल टैंडरों के चलते 90 प्रतिशत टैंडर नहीं भरे जा सके। उसके बाद निगम ने 60 के करीब कामों को दूसरी बार जबकि 20 के करीब कामों को तीसरी बार री-कॉल किया। लुक-बजरी का काम करने वाले ठेकेदारों ने 12 नवम्बर तक यह काम भरने थे परंतु नई समस्या यह आन खड़ी हुई है कि पूरे पंजाब में ई-टैंडरिंग वाली वैबसाइट ही बंद पड़ी हुई है।

निगमाधिकारियों ने बताया कि पिछले 4-5 दिन से वैबसाइट पर टैंडर अपलोड नहीं हो रहे और साइट पर लिखा आ रहा है कि मैंटीनैंस के चलते समस्या आ रही है। निगमाधिकारियों ने बताया कि नियमानुसार जितने दिन वैबसाइट बंद रहती है, ठेकेदारों को उतने दिन आगे जाकर टैंडर भरने की छूट होगी। अब देखना है कि टैंडर भरने वाली वैबसाइट कब ठीक होती है और कब ठेकेदार काम भर कर सड़कों का निर्माण शुरू करवाते हैं।

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