सिटी रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर लगने की संभावना हुई कम

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 08:37 AM (IST)

जालंधर (गुलशन): रेलवे अब देश के कुछ चुनिंदा बड़े स्टेशनों पर ही एस्केलेटर लगाएगा। रेलवे ने प्रधानमंत्री कार्यालय (पी.एम.ओ.) से मिले निर्देश के बाद ज्यादा से ज्यादा स्टेशनों पर एस्केलेटर की सुविधा प्रदान करने के अपने फैसले को बदल लिया है। अब उन्हीं स्टेशनों में एस्केलेटर की सुविधा दी जाएगी जहां पर यात्रियों की आवाजाही कम से कम 1 लाख है, जबकि पहले यह सीमा 25000 तय की गई थी।मोदी सरकार के इस फैसले के बाद सिटी रेलवे स्टेशन पर एस्केलेटर लगने की संभावना शून्य हो गई है।

हालांकि सिटी रेलवे स्टेशन ए-1 कैटेगरी के अधीन आता है। यहां करीब 50 हजार यात्रियों  का रोज आवागमन होता है। उल्लेखनीय है कि सिटी स्टेशन पर एस्केलेटर लगने की अप्रूवल  करीब 2 साल पहले मिल गई थी लेकिन फिजिबिलिटी न बनने के कारण एस्केलेटर लगाने का काम शुरू नहीं हो पाया। फिरोजपुर मंडल के अधिकारी मात्र आश्वासन तक ही सीमित रहे।  

इससे पहले सभी बड़े स्टेशनों में एस्केलेटर लगाने की हुई थी घोषणा 
रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हालिया दिशा-निर्देश के अनुसार हम जरूरतों की समीक्षा कर रहे हैं और उसके अनुसार एस्केलेटर लगाए जाएंगे। इससे पहले मोदी सरकार ने एक फैसले के तहत सभी बड़े स्टेशनों पर बेहतर सुविधा प्रदान करने तथा वृद्ध व शारीरिक रूप से अशक्त लोगों के साथ-साथ अन्य रेलयात्रियों के लिए आवागमन सुचारू बनाने के उद्देश्य से देशभर में करीब 2500 एस्केलेटर लगाने की घोषणा की थी। बता दें कि एक एस्केलेटर लगाने पर एक करोड़ रुपए की लागत आती है। रेलवे का अनुमान था कि बड़े पैमाने पर एस्केलेटर लगाए जाने से इसकी लागत में कमी आएगी।

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