हाई बीम करके गाडिय़ां चलाने वालों पर शिकंजा, आज से लगेंगे स्पैशल नाके

punjabkesari.in Wednesday, Aug 22, 2018 - 10:37 AM (IST)

जालंधर(वरुण): हाई बीम के कारण हो रहे सड़क हादसों को रोकने के लिए ट्रैफिक पुलिस अब एक्शन के मूड में है। हालांकि हाई बीम के पहले भी चालान किए जाते थे लेकिन अब रूटीन में इसे प्रोसैस में लाया जाएगा। ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक कुलवंत सिंह हीर ने मंगलवार को ट्रैफिक पुलिस के स्टाफ के साथ मीटिंग करके सख्ती करने के आदेश दिए हैं। 

शहर के अंदरूनी इलाकों से लेकर हाईवे तक पर ट्रैफिक पुलिस को स्पैशल नाकाबंदी करके हाई बीम करके वाहन चलाने वालों के  चालान काटने के आदेश दे दिए गए हैं। बुधवार देर शाम से ही ट्रैफिक पुलिस हाई बीम के चालान काटने के लिए फील्ड में उतर जाएगी। ए.डी.सी.पी. हीर ने बताया कि जो आंकड़े उनके पास पहुंचे हैं उसमें ज्यादातर सड़क हादसों का कारण हाई बीम सामने आया है, जिसका इस्तेमाल बंद करने के लिए ट्रैफिक पुलिस के फील्ड में रहने वाले स्टाफ के साथ मीटिंग की गई। हाई बीम का इस्तेमाल करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। मुलाजिमों के फोन पर भी बात करने पर रोक लगा दी गई है ताकि कोई सिफारिश ही न डाल सके। फील्ड स्टाफ के बीट इंचार्ज अपने-अपने इलाके के जिम्मेदार होंगे। 

रूफ बार लाइटों के चालान काट रही पुलिस लेकिन दुकानदारों पर शिकंजा नहीं
कारों पर लगने वाली रूफ बार लाइटों का इस्तेमाल करने वाले कार मालिकों के चाहे पुलिस चालान काट रही है लेकिन इसे बेचने वाले दुकानदारों पर शिकंजा नहीं कसा जा रहा। वहीं ए.डी.सी.पी. ट्रैफिक कुलवंत सिंह हीर का कहना है कि रूफ बार लाइटें बेचने वाले दुकानदारों पर शिकंजा कसने के लिए धारा-144 लागू करनी थी लेकिन किन्हीं कारणों के चलते ऐसा नहीं हो पाया। अब रूफ बार लाइटें बेचने वालों पर भी शिकंजा कसा जाएगा। 

ज्यादातर स्ट्रीट लाइटें खराब, हाई बीम बनी मजबूरी
शहर से लेकर हाईवे तक पर लगी ज्यादातर स्ट्रीट लाइटें खराब होने के कारण हाई बीम का इस्तेमाल करना मजबूरी बन गई है। हालांकि ट्रैफिक पुलिस अब सख्त रवैया अपनाने जा रही है लेकिन लोग ट्रैफिक पुलिस का इस परेशानी को लेकर विरोध भी कर सकते हैं। 

हाई बीम के कारण हाल में ही बलजीत गंवा चुका है जान
कुछ दिन पहले हाई बीम के कारण ही 23 साल का बलजीत अपनी जान गंवा चुका है। इस हादसे के बाद ट्रैफिक पुलिस ने सारी प्लानिंग तैयार की ताकि बलजीत की तरह कोई और बेकसूर अपनी जान से हाथ न धो बैठे। सुभाना गांव का रहने वाला बलजीत अपने दोस्त बलविंद्र के साथ कल्याणपुर से सुभाना गांव जा रहा था कि उनका मोटरसाइकिल बेकाबू होकर खम्भे से टकरा गया। इसी कारण बलजीत की मौत हो गई थी जबकि बलविंद्र की टांग टूट गई थी। बलविंद्र ने इस बात की पुष्टि की थी कि सामने से आ रहे वाहन ने हाई बीम चला रखी थी, जैसे ही गाड़ी मोड़ काट कर सामने आई तो बलजीत की आंखों में लाइट पडऩे के कारण वह मोटरसाइकिल को संभाल न सका और खम्भे से टकरा गया। 

Vatika