चालानों के रेट बढ़ने के बावजूद हैल्मेट न डालना फैशन समझ रहे जालंधरवासी

punjabkesari.in Wednesday, Feb 26, 2020 - 08:38 AM (IST)

जालंधर(वरुण): चालानों के रेट बढ़ने के बावजूद जालंधर वासी हैल्मेट न डालना फैशन समझ रहे हैं। बिना हैल्मेट का जुर्माना एक हजार रुपए होने के बावजूद लोगों ने सबक नहीं लिया। यहां तक कि पुलिस विभाग के मुलाजिम भी हैल्मेट का इस्तेमाल नहीं कर रहे। ट्रैफिक पुलिस ने जनवरी माह में ही 3347 जालंधरियों के बिना हैल्मेट के चालान काटे जबकि फरवरी का आंकड़ा 3500 के भी पार पहुंच गया। 

दरअसल चालानों के जुर्मानों की बढ़ौतरी से पहले बिना हैल्मेट का 300 रुपए चालान होता था। रेट बढ़कर अब 1 हजार रुपए हो चुका है, लेकिन उसके बावजूद लोगों को कोई फिक्र नहीं। ट्रैफिक पुलिस के आंकड़ों अनुसार जुर्माने के रेट बढ़ने से मात्र 10 से 15 प्रतिशत ही चालान कम हुए हैं, लेकिन जो उम्मीद की जा रही थी वह नहीं हुआ। बात अगर वाहन चलाते हुए मोबाइल का इस्तेमाल करने के चालान की करें तो उसका आंकड़ा काफी कम है। 

जनवरी माह में ट्रैफिक पुलिस ने वाहन चलाते हुए मोबाइल सुनने वाले मात्र 72 लोगों के चालान काटे। किसी समय उक्त चालानों की गिनती 200 से भी पार हो जाती थी। ट्रैफिक पुलिस का कहना है कि हर उम्र का व्यक्ति वाहन चलाते हुए मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा है, लेकिन नाका देख कर ही वे पीछे मुड़ जाते हैं जिस कारण मोबाइल वाले चालान कम होते हैं।

खुद की सुरक्षा के लिए लोग हैल्मेट का इस्तेमाल करें : डी.सी.पी. डोगरा
इस बारे डी.सी.पी. ट्रैफिक नरेश डोगरा का कहना है कि लोग चालान के डर से नहीं बल्कि खुद की सुरक्षा के लिए हैल्मेट जरूर पहनें। उन्होंने कहा कि सिर पर लगी मामूली सी चोट खतरनाक बन जाती है। डी.सी.पी. डोगरा ने अपील करते कहा कि हैल्मेट ही नहीं बल्कि सभी ट्रैफिक रूल्स को फॉलो किया जाए।

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