ट्रैवल एजैंट के हत्थे चढ़ आत्महत्या करने वाले युवक के अभिभावकों को पुलिस कमिश्नर ने लगाई झाड़!

punjabkesari.in Friday, Jun 29, 2018 - 11:53 AM (IST)

जालंधर(बुलंद): अपने बेटे की मौत के लिए जिम्मेदार ट्रैवल एजैंट को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर पुलिस कमिश्नर से मिलने पहुंचे अभिभावकों को आज पुलिस कमिश्नर ने खूब झाड़ लगाई, जिसके बाद अभिभावकों ने मीडिया के समक्ष नाराजगी जाहिर की। इस मौके पर बातचीत करते हुए मृतक राजन के पिता जरनैल सिंह, चाचा करनैल सिंह, भाई मलकीत सिंह व मामा गुरमेल सिंह ने बताया कि घास मंडी इलाके के एक ट्रैवल एजैंट मनजीत सिंह ने उनके बेटे राजन को अमरीका भेजने के नाम पर उनसे 13.40 लाख रुपए, एक बुलेट मोटरसाइकिल व एक कार ली थी।

उन्होंने कहा कि एजैंट ने उनसे सारे पैसे भी ले लिए और बेटे को अमरीका की जगह रशिया भेज दिया। उनका बेटा रशिया में & महीने रहा और वापस इंडिया आ गया। पिता ने कहा कि इसके बाद वह एजैंट से पैसे वापस मांगने लगे, परंतु वह पैसे नहीं दे रहा था। 19 जून को उनका बेटा उक्त एजैंट से मिलकर आया और अगले ही दिन उसने खुदकुशी कर ली। परिजनों ने कहा कि पुलिस एजैंट को गिरफ्तार नहीं कर रही है। इस बारे में जब वे पुलिस कमिश्नर से मिले तो पुलिस कमिश्नर ने उनकी खूब क्लास लगाई और कहा कि असल दोषी आप हैं, केस तो आप पर दर्ज होना चाहिए।इस बारे में जब पुलिस कमिश्नर प्रवीण सिन्हा से बात की तो उन्होंने कहा कि यह सच है कि मैंने मृतक के अभिभावकों को झाड़ लगाई है, क्योंकि उनकी गलती के कारण ही उनके बेटे की जान गई है। कमिश्नर ने कहा कि अमरीका जाने की एम्बैसी फीस 8-10 हजार रुपए होगी।

एजैंट के सर्विस चार्ज लगाकर 25 हजार रुपए लगा लो, परंतु इस काम के लिए अगर अभिभावक 14-15 लाख रुपए दे रहे हैं तो इसका मतलब हुआ कि वे जानबूझ कर अपने बच्चे को गैर-कानूनी तरीके से एजैंट को सौंप रहे हैं। उन्होंने कहा कि सबको पता है कि गैर-कानूनी तरीके से कैसे लोग अमरीका पहुंचते हैं और कैसे उनकी जान को जोखिम रहता है। ऐसे में जो अभिभावक अपने बच्चों को मौत के मुंह में धकेलते हैं, वे भी उतने ही दोषी हैं जितना ट्रैवल एजैंट। कमिश्नर ने कहा कि अभिभावकों को जागरूक होना चाहिए कि गैर-कानूनी काम ठीक नहीं है और इसके नतीजे हमेशा बुरे ही निकलते हैं। उन्होंने कहा कि उक्त मामले में ट्रैवल एजैंट मनजीत सिंह फरार है, जिसे पकडऩे के लिए लगातार छापेमारी जारी है। उसके घर पर ताला लगा है और एजैंट को एल.ओ.सी. जारी हो चुका है। 

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