प्रशासन व पुलिस की सख्ती के बावजूद जाली ट्रैवल एजैंट धड़ल्ले से चला रहे अपना कारोबार

punjabkesari.in Tuesday, May 21, 2019 - 11:33 AM (IST)

जालंधर(कमलेश, महेश): प्रशासन की सख्ती के बावजूद महानगर में जाली ट्रैवल एजैंटों का बोलबाला है। जाली ट्रैवल एजैंट धड़ल्ले से अपना कारोबार चला रहे हैं।गौरतलब है कि बस स्टैंड एरिया, थाना बारादरी के अधीन आने वाला एरिया, गढ़ा रोड पर जाली ट्रैवल एजैंटों की भरमार है।

पंजाब सरकार ने ट्रैवल एजैंसी, वीजा कंसल्टैंसी, आईलैट्स सैंटर चलाने के लिए लाईसैंस को लाजिमी किया हुआ है। जालंधर में कुछ माह पहले प्रशासन और पुलिस ने मिलकर मुहिम भी चलाई थी, जिसमें कई जाली एजैंटों को हिरासत में भी लिया गया था। इस दौरान कई जाली ट्रैवल एजैंटों की दुकानदारी बंद हो गई थी, लेकिन समय के साथ फिर से ऐसे जाली एजैंटों ने अपने कार्यालय खोलने शुरू कर दिए हैं। जालंधर के प्रशासन की वैबसाइट के अनुसार ट्रैवल एजैंसी और आईलैट्स सैंटर के साथ अन्य कैटागरीज में 895 ट्रैवल एजैंट रजिस्टर हैं, जबकि जालंधर में 1500 से ज्यादा ट्रैवल एजैंट सक्रिय हैं। ट्रैवल एजैंट की रजिस्ट्रेशन को लेकर प्रशासन की वैबसाइट आखिरी बार 1 मई को अपडेट हुई थी। प्रशासन की ओर से समय-समय पर रजिस्टर्ड ट्रैवल एजैंटों की लिस्ट को अपडेट किया जाता है। जाली एजैंट लोगों की आंखों में धूल झोंक कर लाखों रुपए की ठगी करते हैं। बीते दिनों ऐसे ही जाली ट्रैवल एजैंट के खिलाफ बारादरी थाने में 2 मामले दर्ज हुए थे। हालांकि आरोपी एजैंट अभी पुलिस की पकड़ से बाहर है। 

विदेशों में नौकरी दिलाने के नाम पर होती है ठगी
जाली ट्रैवल एजैंट विदेशों में अच्छी सैलरी पर नौकरी दिलाने के नाम पर भी ठगी करते हैं। ऐसे मामलों में पीड़ितों को वर्क प्रोफाइल कुछ और बताई जाती है तथा उनसे विदेशों में काम कुछ और लिया जाता है। ऐसे ही एक मामले में फिल्लौर की रहने वाली एक महिला ने प्रैस कॉन्फ्रैंस में एक जाली ट्रैवल एजैंट पर आरोप लगाए थे कि उसकी बहन को एजैंट ने दुबई भेजने के लिए पैसे लिए थे, लेकिन बाद में उसकी बहन को मस्कट भेज दिया गया और वहां पर उसकी बहन से 22 घंटे काम लिया जा रहा है। महिला ने एस.एस.पी. को भी इस मामले की शिकायत दी थी।

एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग विभाग में जाली ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ शिकायतों के ढेर
जाली ट्रैवल एजैंटों के खिलाफ एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग विभाग में अक्सर शिकायतें आती रहती हैं। लोग अपने साथ हुई ठगी की फरियाद लेकर आते हैं। ऐसी शिकायतों के विभाग में ढेर लग जाते हैं। कई मामलों में तो केस दर्ज हो जाता है, लेकिन कई मामले लटके रह जाते हैं तथा कई मामलों में जाली एजैंट फरार हो जाते हैं।

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