ज्योतिष शोध कार्यों में आधुनिक संचार माध्यमों का हो सार्थक उपयोग : जी.डी. वशिष्ठ
punjabkesari.in Monday, Jan 06, 2020 - 11:52 AM (IST)

जालंधर(राहुल): ज्योतिष के माध्यम से हमारे ऋषि-मुनियों, तपस्वियों व बुद्धिजीवियों ने विभिन्न शोध कार्यों से जनसाधारण के जीवन को सुगम बनाने के सतत् प्रयास किए हैं। ज्योतिष भारतीय संस्कृति की सर्वोत्तम धरोहर है। गणना पर आधारित इस विज्ञान की मदद से भूत, वर्तमान व भविष्य के बारे में पता लगाया जा सकता है। जरूरत इसके नियमों, उप-नियमों, देशकाल की स्थिति को समझने तथा आधुनिक परिवेश में अपने शोध कार्यों को और अधिक सटीक व जनोपयोगी बनाने की है। ज्योतिष शोध कार्यों में आधुनिक संचार माध्यमों का भी सार्थक उपयोग होना चाहिए। उक्त शब्द विश्व प्रसिद्ध लाल किताब विशेषज्ञ पंडित जी.डी. वशिष्ठ ने अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच द्वारा आयोजित राष्ट्र स्तरीय ज्योतिष सम्मेलन के दौरान कहे।
ज्योतिष सम्मेलन को जनहितैषी व गौरवमयी बनाया जाए : अविनाश चोपड़ा
पंजाब केसरी पत्र समूह के संयुक्त सम्पादक श्री अविनाश चोपड़ा ने अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच के संस्थापक अध्यक्ष पं. राजीव शर्मा, संरक्षक विक्रांत शर्मा, संचालन मंडल में शामिल पं. गौत्तम द्विवेदी, बृज मोहन कपूर, मुकेश सेखड़ी, सुमनेन्द्र कपिला से औपचारिक बातचीत के दौरान 64वें राष्ट्र स्तरीय ज्योतिष सम्मेलन के सफल व सुव्यवस्थित आयोजन के लिए बधाई देते हुए ज्योतिष सम्मेलन एवं कार्यशालाओं को और अधिक प्रभावशाली, जनहितैषी व गरिमापूर्ण बनाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन समाज में भ्रातृभाव, समरसता लाने, भारतीय संस्कृति के प्रति जनसाधारण में जागृति लाने में सहायक होते हैं। वहीं मंच के संस्थापक अध्यक्ष व संचालक पं. राजीव शर्मा ने कहा कि 64वें अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष सम्मेलन के सफल आयोजन, ज्योतिष उत्थान व प्रचार-प्रसार कार्यों में पंजाब केसरी पत्र समूह परिवार का मार्गदर्शन व योगदान सराहनीय है। उन्होंने कहा कि ज्योतिष के लिए निरंतर तर्क-संगत, वर्तमान से जुड़े शोध कार्य हमारी भारतीय संस्कृति को समृद्ध करते हैं।
रोजगारपरक ज्योतिष से हो रहा है जनकल्याण : विजय कुमार चोपड़ा
पंजाब केसरी पत्र समूह के मुख्य सम्पादक श्री विजय कुमार चोपड़ा ने कहा कि वर्तमान दौर में ज्योतिष जहां स्वरोजगार का साधन बना है, वहीं इसके उपायों से जनकल्याण कार्य भी हो रहे हैं। इनसे जहां समाज में जागृति आती है, वहीं ज्योतिषीय कार्य, उपायों का सामान बेचने वाले लोगों को भी रोजगार के अच्छे अवसर मिल रहे हैं। ऐसे आयोजन समाज में एकजुटता, समरसता भाव लाने में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। अखिल भारतीय सरस्वती ज्योतिष मंच के संस्थापक अध्यक्ष व संचालक पं. राजीव शर्मा एवं संरक्षक विक्रांत शर्मा ने 64वें राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन के सफल आयोजन में सक्रिय सहयोग व मार्गदर्शन के लिए हार्दिक आभार प्रकट किया। मंच द्वारा उन्हें दोशाला, गौरव चिन्ह भी भेंट किया गया। पंजाब केसरी पत्र समूह द्वारा ज्योतिष उत्थान, प्रचार-प्रसार व जागृति अभियान कार्यों में दिए जा रहे अतुलनीय सहयोग की सराहना की गई।
स्टार नाइट में ज्योतिष उत्थान कार्यों में सक्रिय ज्योतिषाचार्यों व विद्वानों का हुआ सम्मान
सम्मेलन के दौरान स्टार नाइट का आयोजन भी किया गया, जिसमें विभिन्न प्रदेशों के लोकगीतों व लोकनृत्यों की मनोरम प्रस्तुति भी की गई। स्व. श्रीमती स्वदेश चोपड़ा, लाइफ टाइम अवार्ड विजेता अनिल वत्स व विश्व प्रसिद्ध लाल किताब विशेषज्ञ पंडित जी.डी. वशिष्ठ को ज्योतिष उत्थान व शिक्षण कार्यों में उल्लेखनीय योगदान के लिए मंच द्वारा दोशाला, शुद्ध सोने के मैडल व गौरव चिन्ह प्रदान किए गए। 3 दिवसीय ज्योतिष सम्मेलन के अध्यक्षीय मंडल में शामिल डॉ. एच.एस. रावत, डा. अजय भाम्बी, आचार्य लोकेश धमीजा, पं. अक्षय शर्मा, लाल किताब विशेषज्ञ ओम प्रकाश शास्त्री, राजिंद्र बिट्टू, आचार्या विजया, मीनू शर्मा, ममता गुप्ता, विपन शर्मा ज्वाली को मंच ने दोशाला व गौरव चिन्ह प्रदान किए। इस दौरान सर्वश्री आशुतोष शर्मा, बलबीर सारंगल, शीतल वर्मा, शेखर वर्मा, सुरिन्द्र भगत, प्रवीण तिवारी, खुशवंत, आशु मल्होत्रा, खुशवंत मठारू, विनय, आर.के. शर्मा, अमित, अजय पुरी, कुसुम लता, कर्मकांड विशेषज्ञ पं. भोला नाथ द्विवेदी, पं. कै लाश चमोली, सुनील शर्मा, जतिंद्र कपूर, अवधेश पाठक, बंटी भारद्वाज व विभिन्न प्रदेशों से आए विद्वानों को प्रमाण-पत्र, गौरव चिन्ह, पदक व दोशाले भेंट कर सम्मानित किया गया।