अवैध वाटर कनैक्शन से चल रहा था वाशिंग सैंटर

punjabkesari.in Thursday, Nov 21, 2019 - 08:27 AM (IST)

जालंधर(खुराना): एक ओर नगर निगम के वाटर टैक्स विभाग ने डिफाल्टरों पर शिकंजा कस रखा है और वसूली प्रक्रिया को तेज किया हुआ है परंतु इसके बावजूद अवैध वाटर कनैक्शन कमर्शियल गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहे हैं। निगम कमिश्नर दीपर्व लाकड़ा ने कुछ दिन पहले एक ऐसा ही मामला पकड़ा, जब उन्होंने बस्ती मिट्ठू के एक वाशिंग सैंटर में अचानक दबिश दी और पाया कि पिछले 4 सालों से वाशिंग सैंटर का वाटर मीटर खराब पड़ा हुआ है और कनैक्शन से सीधी पाइप जोड़ कर गाड़ियों को धोने का काम किया जा रहा था।

इस कोताही के लिए क्षेत्र के एस.डी.ओ. रविन्द्र, टैक्नीशियन वरिन्द्रजीत तथा बिल डिस्ट्रीब्यूटर राजेन्द्र सभ्रवाल को शोकॉज नोटिस जारी कर दिए गए हैं जो अपनी रिपोर्टों में इस वाटर कनैक्शन को ‘ओके’ लिखते रहे। इन तीनों को एक सप्ताह के भीतर अपनी स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहा गया है। पता चला है कि टैक्नीशियन ने अपना जवाब निगम को सौंप कर खुद को बेकसूर बताया है। निगमाधिकारियों ने बताया कि इस समय शहर में 90 वाशिंग सैंटर वैध वाटर कनैक्शनों के साथ चल रहे हैं जबकि अवैध वाशिंग सैंटरों की तलाश की जा रही है। कमिश्नर ने निर्देश दे रखे हैं कि जहां अवैध वाटर कनैक्शन पाए गए वहां जिम्मेदार निगमाधिकारियों पर कार्रवाई होगी। 

पानी के बिलों के बकाए माफ नहीं होंगे, जो बिल समय पर दे रहे हैं वे क्या सोचेंगे
मेयर जगदीश राजा तथा विधायक बेरी ने लोकल बॉडीज मंत्री ब्रह्म महेन्द्रा तक चाहे यह बात पहुंचा दी है कि अगर जालंधर में पानी के बिलों के पुराने बकाए माफ कर दिए जाएं तो निगम को चालू बिलों की वसूली शुरू हो सकती है जिससे निगम को फायदा ही होगा।

लोकल बॉडीज मंत्री ने चाहे इस बाबत निगम को प्रस्ताव भेजने को कहा है परंतु सरकारी अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि पानी के बिलों के पुराने बकाए किसी सूरत में माफ नहीं होंगे। एक तो इसके लिए पूरे राज्य के लिए पालिसी बनानी होगी और दूसरी बात यह है कि जो लोग ईमानदारी से समय पर पानी के बिल अदा कर रहे हैं वे सरकार के इस कदम पर क्या सोचेंगे? अधिकारियों का मानना है कि बिलों की माफी की बजाय सरकार ब्याज और जुर्माना की राशि की माफी की घोषणा कर सकती है, जैसा कि पहले भी होता आया है।

निगम के अवैध वाटर कनैक्शन काटे
नगर निगम के वाटर टैक्स विभाग ने डिफाल्टरों पर कार्रवाई जारी रखते हुए 5 अवैध वाटर कनैक्शन काटे। प्रताप बाग जोन के इंस्पैक्टर राकेश व पवन ने यह कार्रवाई की। इस दौरान डिफाल्टरों से 3 लाख रुपए भी वसूले गए।

प्रापर्टी टैक्स शाखा ने 12 सम्पत्तियों को सील किया
प्रापर्टी टैक्स सुपरिंटैंडेंट महीप सरीन, भूपेन्द्र सिंह बड़िंग तथा भूपेन्द्र सिंह के नेतृत्व में निगम टीम ने होशियारपुर रोड क्षेत्र में कार्रवाई करते हुए डिफाल्टरों की 12 सम्पत्तियों को सील कर दिया। अधिकारियों ने बताया कि इन दुकानों का टैक्स अदा नहीं किया गया था।

Edited By

Sunita sarangal