यू.के. से आई महिला खुले में घूम रही, मोहल्ले के लोगों में भय व्याप्त

punjabkesari.in Monday, Mar 23, 2020 - 08:52 AM (IST)

जालंधर(खुराना): कोरोना वायरस से निपटने में स्वास्थ्य विभाग की सबसे बड़ी जिम्मेदारी है, परंतु पंजाब में यह विभाग इतनी लचर स्थिति में पहुंच चुका है कि इतनी बड़ी आपदा से निपटने हेतु इसके पास न कोई इंतजाम है और न ही इच्छाशक्ति। इसी के चलते स्थानीय सिविल अस्पताल में जहां कोरोना मामले में जबरदस्त लापरवाही जारी है, वहीं विभिन्न मामलों में बरती जा रही खानापूॢत से लोगों में स्वास्थ्य विभाग के प्रति रोष उत्पन्न हो रहा है।

स्थानीय मखदूमपुरा स्थित शिवालिक अपार्ट्स मैंट्स, जहां करीब 70 फ्लैट बने हुए हैं और सैंकड़ों लोग वहां रहते हैं, वहां दूसरी मंजिल पर विदेश से आई एक महिला रह रही है, जिस बारे आसपास के फ्लैट मालिक कई बार शिकायतें कर चुके हैं। बार-बार शिकायतें करने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम शनिवार शाम घटनास्थल पर पहुंची परंतु महिला को चैक इत्यादि करके वापस लौट गई। आज फिर वही महिला उस क्षेत्र में घूमती देखी गई जिसे देख आसपास के निवासियों में भय व्याप्त हो गया।

पड़ोसियों का कहना है कि हाल ही में यू.के. से आई इस महिला को सिविल अस्पताल की टीम द्वारा आइसोलेशन सैंटर में भेजना चाहिए था परंतु उस पर कोई बंदिश तक नहीं लगाई गई जिस कारण आज वह घर के बाहर भी घूमती दिखी। इस कांड को लेकर लोग काफी डरे हुए हैं। खुद चैक करवाने पहुंच रहे लोग आज स्थानीय रैनक बाजार क्षेत्र में एक परिवार ऐसा दिखा जो हाल ही में विदेश से लौटा था। इस परिवार ने खुद सिविल अस्पताल जाकर अपना चैकअप करवाया और चैकअप करने के बाद डाक्टरों ने उन्हें तत्काल घर जाने दिया परंतु इतना अवश्य कहा कि जिन 4 लोगों के सम्पर्क में आप आए हो उन्हें भी टैस्ट करवाने यहां भेज दो। इस मामले में भी सिविल अस्पताल को संवेदनशीलता बरतनी चाहिए थी।

36 घंटे बाद भी नहीं आई रिपोर्ट
विदेश से कई सप्ताह पहले लौटी एक वृद्ध महिला को उसके परिजन शनिवार को सिविल अस्पताल ले गए ताकि उसके टैस्ट इत्यादि करवा सकें। सिविल अस्पताल से उसके सैम्पल प्रात: 11 बजे अमृतसर भेज दिए गए और 24 घंटे में रिपोर्ट आने की बात कही गई परंतु समाचार लिखे जाने तक 36 घंटे बीत चुके थे और अभी तक रिपोर्ट का अता-पता नहीं। 
शनिवार रात सिविल अस्पताल के अधिकारियों ने उस महिला के परिजनों को कह दिया कि उसके परिजन ही महिला के साथ रात भर रहें। परिजनों का कहना है कि यह ड्यूटी स्वास्थ्य विभाग की बनती है अगर उस महिला को परिजनों के साथ ही रखा जाना है तो फिर उसे घर ही भेज दिया जाता। आइसोलेशन वार्ड में रखने की खानापूर्ति  क्यों की गई। 
उधर, नकोदर रोड पर सत्गुरु कबीर चौक के निकट गैलेक्सी अपार्टमैंट्स में भी विदेश से आए एक बच्चे के घूमने पर पड़ोसियों ने ऐतराज किया, जिसके चलते सिविल अस्पताल के डाक्टर ने उसे चैक भी किया परंतु रविवार रात तक स्वास्थ्य विभाग ने कोई कार्रवाई नहीं की थी।

सीवर को लेकर निगम और सिविल अस्पताल में विवाद पनपा
कुछ दिन पहले स्थानीय सिविल अस्पताल में बंद सीवरेज के कारण गंदा पानी ओवरफ्लो हो रहा था जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने निगमाधिकारियों से कह कर सीवर साफ करने वाली मशीन मंगवा ली। निगम कर्मियों ने 2 बार वहां जाकर सीवर खोल दिए परंतु इसके बावजूद सिविल अस्पताल के अधिकारी निगम कर्मियों पर रौब झाड़ते दिखे, जिसके चलते जहां निगम के अधिकारी नाराज हुए वहीं मेयर जगदीश राजा ने भी अपना गुस्सा स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों सामने व्यक्त कर दिया।


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