फैक्टरी में संदिग्ध परिस्थितियों में मशीन की चपेट में आया वर्कर; मौत

punjabkesari.in Wednesday, Nov 21, 2018 - 09:53 AM (IST)

जालंधर (मृदुल): लैदर कॉम्पलैक्स स्थित पॉलब्रो लैदर्ज प्राइवेट लि. कंपनी के एक मुलाजिम की संदिग्ध परिस्थितियों में रबड़ मशीन की चपेट में आकर मौत हो गई। मामले को लेकर तब हंगामा हो गया, जब उसकी सोमवार को मौत हो गई, मगर अस्पताल प्रशासन ने उसे आज मृत घोषित किया। साथी लेबर वर्कर फैक्टरी मालिक व अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे तथा आरोप लगाया कि कंपनी के मालिक उन्हें मुआवजा देने से मना कर रहे हैं। 

एस.एच.ओ. गगनदीप सिंह घुम्मण ने बताया कि मृतक की पहचान नागेंद्र मूल निवासी पन्नापुर (बिहार) के रूप में हुई है। जालंधर में वह लैदर कॉम्पलैक्स के पास ही रहता था। मृतक के साले जुगल किशोर ने पुलिस को बयान दिए कि उसके जीजा पिछले 25 साल से इसी फैक्टरी में काम करते थे। सोमवार को काम करते हुए अचानक उनका सिर रबड़ की मशीन में आ गया, जिससे सिर व पूरे शरीर का खून रुक गया। उन्हें उसी वक्त साथी लेबर के लोग एक निजी अस्पताल ले गए, जहां आज पता चला कि उनकी मौत हो गई है। जुगल किशोर ने आरोप लगाया कि उसके जीजा की तो कल ही मौत हो गई थी, मगर अस्पताल प्रशासन ने उन्हें आज मृत घोषित किया है।

वहीं कंपनी मैनेजमैंट ने उन्हें मुआवजा देने से इंकार कर दिया। यह कहने पर कि एक ही फैक्टरी में 25 साल तक काम करने के चलते मृतक ई.एस.आई. का लाभ लेने का हकदार है, कंपनी मैनेजमैंट ने कहा कि वे उन्हें मुआवजा तो जरूर देंगे, मगर मृतक की पत्नी शांति देवी के जालंधर आने के बाद। इसके बाद साथी वर्करों ने फैक्टरी के बाहर प्रदर्शन करना शुरू कर दिया। काफी जद्दोजहद और पुलिस के आने के बाद दोनों पक्षों में राजीनामा हुआ। हालांकि कंपनी के मालिक जसवीर सिंह तो मौजूद नहीं थे, मगर बाकी कंपनी मैनेजमैंट ने कहा कि पत्नी के आने बाद ही मुआवजा दिया जाएगा और वह भी एफ.डी. के जरिए। इस पर ए.एस.आई. जसवीर चंद ने बताया कि शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया गया है। पुख्ता जांच के बाद बनती कार्रवाई की जाएगी। 

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