यूथ कांग्रेस चुनावों में फिल्लौर पुलिस द्वारा बिलगा के 2 युवकों को उठाने का मामला गर्माया

punjabkesari.in Monday, Dec 09, 2019 - 09:20 AM (IST)

जालंधर(चोपड़ा): यूथ कांग्रेस के संगठनात्मक चुनावों के उपरांत जालंधर से सांसद संतोख चौधरी और पूर्व विधायक व नकोदर विधानसभा हलका के इंचार्ज जगबीर सिंह बराड़ आमने-सामने आ गए हैं। जगबीर बराड़ ने सांसद चौधरी के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए कहा कि वह सांसद की ज्यादतियां करने का सारा मामला कांग्रेस आलाकमान, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेन्द्र सिंह व पंजाब प्रदेश कांग्रेस के प्रधान सुनील जाखड़ के समक्ष उठाएंगे। 

बराड़ ने बताया कि यूथ कांग्रेस देहाती के प्रधान पद पर 2 प्रमुख उम्मीदवारों के बीच मुकाबला था। एक तरफ हनी जोशी चुनाव मैदान में थे वहीं दूसरी तरफ चौधरी परिवार ने अपने खासमखास मनवीर चीमा को खड़ा कर रखा था परंतु चौधरी परिवार ने पावर गेम प्लान के चलते कांग्रेस के ही कार्यकर्ताओं पर ज्यादतियों का क्रम यहां भी जारी रखा था। सांसद चौधरी और उनके बेटे विक्रमजीत चौधरी के इशारे पर फिल्लौर पुलिस ने नकोदर विधानसभा हलका के अंतर्गत आते बिलगा के 2 यूथ कांग्रेस नेताओं को अवैध हिरासत में लेकर हवालात में डाल दिया। उक्त नौजवानों का कसूर सिर्फ इतना था कि वह प्रधान पद के उम्मीदवार हनी जोशी का समर्थन कर रहे थे और उसके पक्ष में मतदान करवाने को सक्रिय थे।

बराड़ ने कहा कि वह शहर से बाहर थे परंतु उनके ध्यान में मामला आने पर उन्होंने पुलिस अधिकारियों से संपर्क कर युवकों को अवैध हिरासत से छुड़वाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सांसद चौधरी ने ऑल इंडिया कांग्रेस के पूर्व प्रधान राहुल गांधी के दिशा-निर्देशों पर पार्टी में चल रही लोकतांत्रिक प्रक्रिया का कत्ल किया है। पुत्र मोह में फंसे सांसद चौधरी चाहते हैं कि सब कुछ उनके बेटे विक्रमजीत को मिल जाए चाहे बाकी कांग्रेस खत्म हो जाए। 

यूथ कांग्रेस चुनावों में भी चौधरी ने सांसद वाला रोल अदा नहीं किया। वह अगर किसी चहेते को ही प्रधान बनाना चाहते थे तो उन्हें चाहिए था कि वह पहले ही सभी के साथ बैठकर फैसला करवाते कि प्रधान पद के लिए किस उम्मीदवार को खड़ा करना है परंतु सत्ता मोह में फंसे चौधरी परिवार ने किसी भी वरिष्ठ नेता के साथ इस बारे में कोई सलाह करने की जरूरत नहीं समझी। बराड़ ने कहा कि जिला परिषद के चेयरमैन के चुनावों में भी उन्होंने ऐसा ही किया था। उन्होंने बिना किसी विधायक या हलका प्रधान से सलाह किए एक महिला समर्थक को चेयरमैन बनवाना चाहा जिस कारण समूची कांग्रेस उनके खिलाफ हो गई और सांसद चौधरी की चाहत के विपरीत किसी अन्य नेता को चेयरमैन बनवा दिया था। 

उन्होंने कहा कि पार्टी कैडर में इससे बुरी बात और कोई नहीं हो सकती कि पार्टी की रीढ़ की हड्डी हमारी नौजवान पीढ़ी जिसने कल को पार्टी की लीडरशिप की कमान संभालनी है अगर उन्हें सांसद लोग ही बिना किसी कारण पुलिस से हवालात में डलवाने लगेंगे तो कहां गया पार्टी का लोकतंत्र तथा ऐसे कैसे नई लीडरशिप उभरकर सामने आएगी? बराड़ ने कहा कि वह कल ही इस मामले को लेकर एस.एस.पी. देहाती नवजोत माहल से मुलाकात कर उनके ध्यान में सारा मामला लाएंगे ताकि राजनीतिक दबाव में ऐसी गैर मानवीय कार्रवाई को अंजाम देने के दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो।

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Sunita sarangal