दुकान पर कब्जा होते देखगृ आया हार्ट अटैक, मौत

punjabkesari.in Wednesday, Jun 12, 2019 - 12:35 PM (IST)

कैथल (सुखविंद्र): गांव सुलतानियां निवासी सतीश कुमार की दुकान पर कुछ लोगों ने कब्जा कर लिया और तोडफ़ोड़ करते हुए जान से मारने की धमकी दी। वहीं दुकान पर कब्जा एवं हमला किए जाने पर डर से शिकायतकत्र्ता सतीश कुमार के पिता रामजवाया को अटैक आ गया और उनकी मौत हो गई। गुहला पुलिस को दी शिकायत में सतीश कुमार ने बताया कि वर्ष 2004 में मेरे पिता रामजवाया ने देशराज निवासी रामथली से 2 लाख रुपए में 2 दुकानें व कुछ खाली जगह रामथली अड्डा पर खरीदी थी, जो उन दुकानों की खरीद में मेरा ताऊ आत्माराम निवासी सुलतानिया व डा. पदम सिंह व प्रवीन कुमार निवासी रामथली गवाह थे। 

यह जमीन गांव रामथली के लाल डोरा के अंदर आती है। देशराज ने उसी समय उस जगह पर कब्जा मेरे पिता को दे दिया था, जो वर्ष 2017 में रिंकू निवासी कसौर को 800 रुपए प्रति माह किराए पर दी थी जिसने इसमें फास्ट फूड की दुकान की थी। अब मेरे पिता ने यह दुकानें व जगह गुरप्रीत सिंह निवासी कसौर व महेन्द्र सिंह निवासी सलेमपुर को बेच दी थी। गत 4 जून को मेरे पिता के पास गुरप्रीत का फोन आया कि कुछ लोगों ने दुकान में तोड़-फोड़ कर दी है व दुकान का दरवाजा तोड़ दिया है। 

5 जून को सुबह मैं व मेरे पिताजी दुकानों को देखने के लिए गांव रामथली में गए तो दुकानों पर 25-30 व्यक्ति लाठी-डंडों व गंडासियों सहित आए और हमें कहने लगे कि ये हमारी दुकानें हैं। यहां पर हम किसी को भी नहीं घुसने देंगे। यहां पर जो भी आएगा, हम उसको जान से मार देंगे, हम सबके पास हथियार हैं। आरोपी हमारे साथ गाली-गलौच करने लगे और जबरदस्ती दुकानों में घुस गए तथा कहा कि अब इन दुकानों पर हमारा कब्जा है। लड़ाई के डर से हम वहां से वापस आ गए। इसके बाद 6 जून को मैं कोर्ट गुहला में अपने काम में लगा हुआ था तो वहां पर इनमें से कुछ व्यक्ति आए और मुझे धमकी दी कि अगर उन दुकानों की तरफ देखा तो तुझे व तेरे परिवार को खत्म कर देंगे। मैंने यह सारी बातें अपने परिवार व रिश्तेदारों को बताईं

। गत 10 जून को करीब 3.30 बजे मेरे पिताजी, मेरा भाई बीरा राम अपनी गाड़ी में अपनी दुकानों गांव रामथली में गए तो हमने देखा कि दुकानों के शटर खुले हुए थे और ये उपरोक्त सभी व्यक्ति दुकानों के अन्दर थे। जब हम दुकान के अन्दर जाने लगे तो आरोपियों ने लाठी-डंडे व गंडासी लेकर हमें ललकारा मारा व गालियां देते हुए हमारी तरफ आए। इनको आता देखकर हम डर गए व मेरे पिताजी एकदम जमीन पर गिर गए तभी वहां पर काफी भीड़ इकट्ठा हो गई और सभी आरोपी वहां से भाग गए। जब मंैने अपने पिताजी को संभाला तो मेरे पिताजी की हृदय गति रुकने से मौत हो चुकी थी। पुलिस ने शिकायत पर भारतभूषण, सीन, जसविंद्र सिंह फौजी, हरविंद्र सिंह, अमरीक सिंह, बहादुर सिंह, गोपी, गेजू, दीपू, संदीप, रिसपाल व सोनू व अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

Isha