क्रिकेट वर्ल्ड कप को लेकर जिले में चल रहा करोड़ों रुपए का सट्टा

punjabkesari.in Tuesday, Jun 18, 2019 - 09:10 AM (IST)

कपूरथला(भूषण): इंगलैंड में चल रहे वर्ल्ड कप को लेकर जहां देशभर में हजारों करोड़ों रुपए का सट्टा लग रहा है, वहीं कपूरथला सहित पूरे जिले में सट्टा माफिया की ओर से रविवार को भारत व पाकिस्तान के बीच हुए बड़े मुकाबले को लेकर करोड़ों रुपए के दाव लगाए गए, इसको लेकर सट्टेबाजों ने पुलिस से बचने के लिए अपनी नई रणनीति बनाते हुए अपने गुप्त ठिकानों से सट्टेबाजी के खेल को अंजाम देना शुरू किया है, जिसकी मार में सफेदपोश परिवारों से लेकर गरीब वर्ग से जुड़े लोग भी शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि इंगलैंड में हो रहे वर्ल्ड कप को लेकर पूरे देश में सट्टा बाजार की सरगर्मियां तेजी से जारी हैं, जिसको लेकर पूरे देश में अरबों रुपए का सट्टा लग रहा है। अभी भी विभिन्न राज्यों की पुलिस ने कई जगह छापेमारी कर बड़ी संख्या में सट्टेबाजों को लाखों रुपए की रकम के साथ गिरफ्तार किया है, परंतु इसके बावजूद सट्टेबाजी के कारोबार में होने वाली मोटी कमाई को देखते हुए इस गैर-कानूनी धंधे में बड़ी संख्या में सट्टेबाज शामिल हैं। बताया जाता है कि जिला कपूरथला से संबंधित सट्टा माफिया के दिल्ली व मुम्बई में बैठे बड़े सट्टा कारोबारियों से तार जुड़े हुए हैं, परंतु फिलहाल पुलिस की ओर से इस दिशा में कोई कड़ी कार्रवाई अमल में न लाने के कारण सट्टा कारोबारियों का खेल जिले भर में जारी है, जिसका सबसे अधिक असर गरीब व मध्यम वर्ग पर पड़ रहा है और कई परिवार सट्टेबाजी के कारण तबाह हो चुके हैं। 

किराए की कोठियां लेकर सट्टा माफिया दे रहा अपनी गतिविधियों को अंजाम
गौर हो कि लंबे समय से कपूरथला जिला सट्टेबाजों को लेकर सुरक्षा में रहा है। जिसको लेकर पुलिस पूरे जिले में गत एक दशक दौरान बड़ी संख्या में सट्टेबाजों को गिरफ्तार भी कर चुकी है, परंतु गत कुछ महीनों से सट्टेबाजों के खिलाफ चली मुहिम के ठंडे पडऩे से एक बार फिर से सट्टेबाजों की गतिविधियां इस क्रिकेट वल्र्ड कप में नई ऊंचाइयों पर पहुंच गई है। बताया जाता है कि बड़ी संख्या में सट्टेबाज जिनमें दूसरे शहरों से संबंधित सट्टेबाज भी शामिल हैं, ने कपूरथला शहर के कई महंगे क्षेत्रों में कोठियां किराए पर लेकर सट्टेबाजी के खेल को अंजाम देना शुरू किया है। यह सट्टेबाज कपूरथला शहर में बैठकर पूरे जिले में बैठे अपने ग्राहकों को आप्रेट कर रहे हैं, वहीं इनकी गतिविधियां आम तौर पर इतनी गुप्त होती हैं कि यह अपने गुप्त ठिकाने में ग्राहकों को नहीं मिलते।

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