34 वर्ष पुराने कांजली पुल की हालत खस्ता, किसी भी समय घट सकता है बड़ा हादसा

punjabkesari.in Monday, Jul 08, 2019 - 09:44 AM (IST)

कपूरथला(महाजन): कांजली पर्यटनस्थल का पुल किसी भयानक सड़क हादसे के इंतजार में है। पुल के बड़े हिस्से में लगे लोहे के जंगले टूटे होने व कई सौ मीटर क्षेत्र में सड़क के किनारे बरम न होने के कारण कभी भी कोई दर्दनाक हादसा हो सकता है। पुल पर लगी रेलिंग भी टूटी पड़ी है। पहले भी पुल पर कई वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने से बड़ी संख्या में लोग या तो अपनी जान गंवा चुके हैं या फिर गंभीर घायल हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन व लोक निर्माण विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। 

उल्लेखनीय है कि एक ओर केन्द्र सरकार व पंजाब सरकार श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाशोत्सव समारोह को लेकर करोड़ों रुपए विकास कार्यों पर खर्च कर रही हैं, लेकिन दोआबा के कांजली पर्यटनस्थल, जो कपूरथला-अमृतसर मार्ग पर स्थित है,  पर बने पुल से होकर सैंकड़ों वाहन रोजाना निकलते हैं, उस ओर कोई ध्यान नहीं है। गौरतलब है कि कपूरथला शहर को अमृतसर, गुरदासपुर, बटाला, पठानकोट से लेकर जम्मू तक जोडऩे वाले राष्ट्रीय राजमार्ग से मात्र 6 किलोमीटर दूरी पर पड़ते कांजली पर्यटनस्थल पर पुल 1985 में बनाया गया था, जिसकी 34 वर्ष में ही हालत दयनीय हो चुकी है।  पुल के नीचे बहते पानी के बहाव ने पुल को काफी नुक्सान पहुंचाया  है। गत कई वर्ष से अपनी बदहाली के कारण लोगों में दहशत का सबब बन चुके इस पुल की सबसे बड़ी त्रासदी तो यह है कि इस पुल से निकलने वाले बड़े-बड़े राजनेताओं व प्रशासनिक अधिकारियों में से किसी ने इसकी सुध नहीं ली। इस पुल से यदि किसी ने केन्द्रीय जेल जाना हो, तो इसी पुल से ही गुजरना पड़ता है। इसी पुल से एक बड़ा निजी स्कूल, निजी कालेज व देश की बड़ी फैक्टरियां भी इसी मार्ग पर हैं। इसलिए सरकार व लोक निर्माण विभाग को इस पुल की खस्ता हालत की ओर ध्यान देना चाहिए। 

वाहनों के गुजरते समय हिलता है पुल
कांजली पुल की हालत इस कदर बदतर हो चुकी है कि बड़े व भारी वाहनों के गुजरने से पुल हिलना शुरू हो जाता है, जिससे लोगों को करीब 15 वर्ष पहले कांजली झील में दूसरी ओर बने इस पुल की याद आनी शुरू हो जाती है, जोकि झटके में ही रात में गिर गया था। अलावा पुल के साथ लगते बड़े क्षेत्र में बरम न होने के कारण इस तंग पुल व तंग सड़क पर किसी भयानक हादसे का खतरा मंडराने लगा है। कभी हल्के व मध्यम भारी वाहनों के लिए बनाए गए इस महत्वपूर्ण ङ्क्षलक पुल में ट्रैफिक का आना-जाना इस कदर बढ़ गया है कि यह पुल बहुत छोटा नजर आने लगा है।

क्या कहना है अधिकारियों का
*कांजली पर्यटनस्थल के पुल की दयनीय हालत के बारे में लोक निर्माण विभाग को डी.ओ. लैटर लिखा जाएगा, ताकि इस खस्ताहाल पुल के नवनिर्माण के लिए पायलट प्रोजैक्ट बनाए और नया पुल बनाने का कार्य जल्द शुरू हो।-डिप्टी कमिश्नर कपूरथला डी.पी.एस. खरबंदा 
 

*नए पुल संबंधी एक पायलट प्रोजैक्ट बनाकर सरकार के पास भेजा जा रहा है। इस पुल के निर्माण कार्य पर करीब 3 करोड़ रुपए की लागत आने का अनुमान है। जल्द ही सरकार की ओर से मंजूरी मिलने पर नए पुल का निर्माण आरंभ कर दिया जाएगा। -लोक निर्माण विभाग के एक्सियन सर्वराज  
 

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