नशा तस्करी को लेकर महताबगढ़ में कांग्रेसी-अकाली आमने-सामने

punjabkesari.in Sunday, Jul 15, 2018 - 03:51 PM (IST)

कपूरथला(गौरव): प्रदेश में नशे के खात्मे को लेकर चलाई जा रही मुहिम में कपूरथला हलके के मोहल्ला महताबगढ़ क्षेत्र में चिट्टा तस्करी को लेकर कांग्रेसी-अकाली आमने-सामने हो गए हैं। यहां तक कि अब खुलेआम एक-दूसरे पर चिट्टे की तस्करी करने के आरोप भी जडऩे शुरू कर दिए हैं। बीते दिनों हलका इंचार्ज शिरोमणि अकाली दल (ब) एड. परमजीत सिंह पम्मा की ओर से मोहल्ला महताबगढ़ के कांग्रेसी नेता ठाकुर दास गिल को नशा तस्कर बताया गया था जिसके बाद तो उक्त कांग्रेसी नेता तिलमिला उठा और अब उसने हलका इंचार्ज एड. परमजीत सिंह पम्मा व उनके परिवार के बाकी सदस्यों की भी नशा तस्करी में संलिप्तता की परतें खोल कर रख दी हैं। 

मोहल्ला महताबगढ़ में अपने आवास पर आयोजित प्रैस कॉन्फ्रैंस में कांग्रेसी नेता ठाकुर दास गिल ने बेबाक तरीके से एड. परमजीत सिंह पम्मा पर आरोप जड़ा कि उसका पूरा परिवार नशा तस्करी में संलिप्त है। 10 साल अकाली दल के शासन में तो पम्मा की हवेली में बड़े स्तर पर नशा तस्करी होती थी। महताबगढ़ क्षेत्र में आते तीनों वार्डों में पम्मा परिवार नशा तस्करी करता है। इस हवेली से ही पम्मा ने नामी नशा तस्कर पैदा किए हैं जिनमें कई नशा तस्करी के केसों में जेलों में बंद रहे और वहीं पर उनकी मौत भी हुई। गिल ने कहा कि चेन स्नैङ्क्षचग भी अकाली दल के लोग कर रहे हैं जिन पर अभी तक लगाम नहीं लगी है। ये सब पम्मा के इशारे पर काम करते हैं। यहां तक कि पम्मा बड़ा भू-माफिया है और लोगों की जमीन पर नाजायज कब्जे करता है। इनका छोटा भाई सुखविन्द्र सिंह सुक्खा भी इनका साथी है। ठाकुर दास गिल ने आरोप जड़ा कि पम्मा के भांजे और पी.ए. रहे कुलदीप सोनू को जालंधर की पुलिस ने नशे की खेप के साथ गिरफ्तार किया था।

यहां तक कि अमरीका में रहते एक पिता के निर्दोष बेटे को पम्मा ने 10 लाख रुपए लेकर पुलिस से छुड़वाया था जबकि उसके पास से पुलिस को किसी भी तरह का कोई नशा नहीं मिला था। ऐसे निर्दोष छात्रों को पम्मा ने पैसे लेकर छुड़वाया था।  शिरोमणि अकाली दल (ब) के कपूरथला हलका इंचार्ज एड परमजीत सिंह पम्मा ने कहा कि ठाकुर दास गिल सियासी भड़ास निकाल रहे हैं। जब से वह चुनाव लड़ रहे हैं ठाकुर दास गिल एक बार भी पार्षद चुनाव में जीत नहीं सका और 20 वर्षों से तीनों वार्डों में उनका परिवार लगातार जीतता आ रहा है।

यही बात उन्हें हजम नहीं हो रही है इसलिए बौखलाहट में ऊल-जलूल बयानबाजी कर रहे हैं। वैसे तो मेरा उनके आरोपों पर बयान देना बनता नहीं है फिर भी अगर उन्होंने ये आरोप जड़े हैं तो वह इन्हें साबित कर दें। अगर एक भी व्यक्ति उनकी भागीदारी की हामी भरता है तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर ले। उन्होंने उलटा आरोप जड़ा कि सब जानते हैं कि मोहल्ले में नशे की तस्करी किसने शुरू की। मौजूदा दौर में यह तस्करी कौन कर रहा है, यह कपूरथला का बच्चा-बच्चा जानता है। इसका खुलासा वह वक्त आने पर सबूतों के साथ करेंगे। वह तो अपनी सरकार के समय ही इस नशे के काले धंधे के खिलाफ रहे हैं और हमेशा रहेंगे।

swetha