नमी वाला धान लाकर मंडियों में धूप लगा रहे किसान

punjabkesari.in Monday, Oct 22, 2018 - 01:20 PM (IST)

सुल्तानपुर लोधी (धीर): अभी धान पूरी तरह से पका न होने के कारण मंडियों में नहीं आया और सरकार की ओर से पराली को आग न लगाने के आदेश भी सख्ती के साथ जारी किए गए हैं परंतु अब गेहूं की बिजाई के दिन नजदीक आने के कारण किसानों की चिंता बढ़ गई है। बार-बार सरकार की ओर से सुनाए जा रहे फरमानों के कारण किसानों की समस्या रुकने का नाम नहीं ले रही है, जिसके कारण किसानों में रोष पाया जा रहा है। सरकार की ओर से इस बार धान की बिजाई की तारीख 20 जून करने पर धान की फसल अभी पूरी तरह पक कर तैयार नहीं हुई कि गेहूं की बिजाई का समय नजदीक आता देख किसान नमी वाले धान की कटाई करके मंडियों में धूप लगवा रहे हैं। ऊपर से सरकार द्वारा पराली को आग न लगाने के फरमान ने भी किसान को चिंता में डाल दिया है। 

किसानों ने मौसम की बेरुखी को जताते हुए बताया कि यदि मौसम गत वर्ष की तरह बदल जाता है, तो धूप न लगने के कारण व पानी लगाने से गेहूं की बिजाई करने में देरी हो सकती है। इस मौके पर किसान बलदेव सिंह, परमजीत सिंह, रुपिंद्र सिंह, सरवन सिंह, राम सिंह आदि ने कहा कि इन सभी मुश्किलों की जड़ धान की इस बार लेट बिजाई है, जो सरकार ने 20 जून की थी, यदि सरकार ने बिजाई की तारीख में देरी करनी थी, तो उसको नमी की मात्रा भी बढ़ानी चाहिए। 

क्या कहते हैं मार्कीट कमेटी के सचिव
इस बारे में मार्कीट कमेटी के सचिव संजीव दत्ता और सुखवीर सिंह ने बताया कि मंडियों में इस बार गत वर्ष से 39 फीसदी धान कम आया है, जिसका मुख्य कारण धान में इस बार नमी की मात्रा अधिक होना है। नमी कारण धान को किसान मंडियों में सुखा रहे हैं और नमी कम होने के बाद ही सरकारी खरीद एजैंसी इसकी खरीद करती है। उन्होंने किसानों को अपील की कि धान सुखा कर 17 फीसदी नमी वाला ही मंडियों में लेकर आएं, ताकि मंडी में धान आने के उपरांत किसी भी किसान को कोई मुश्किल न आए। 
 


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