स्ट्रीट लाइटें न होने के कारण होशियारपुर रोड पुल बना सड़क हादसों का फ्लैश प्वाइंट

punjabkesari.in Tuesday, Nov 13, 2018 - 01:28 PM (IST)

फगवाड़ा(जलोटा): फगवाड़ा का होशियारपुर रोड पुल गत लंबे समय से एक के बाद एक दर्दनाक सड़क हादसों का फ्लैश प्वांइट बना हुआ है। फगवाड़ा से होशियारपुर को जाते रास्ते को जोड़ते उक्त अहम पुल पर इतने गड्ढे हैं कि यहां पर दिन हो या रात रूटीन में एक के बाद एक कर वाहन चालक सड़क हादसों का शिकार बन रहे हैं। दिन के समय तो वाहन चालकों को सड़क पर बने गड्ढे फिर भी थोड़े बहुत दिखाई पड़ जाते हैं लेकिन रात होते ही यहां पर सरकारी स्ट्रीट लाइटें न होने के कारण छाए घोर अंधेरे के मध्य वाहन चालक निरंतर दर्दनाक दुर्घटनाओं का शिकार होते देखे जा सकते हैं लेकिन यह भी अपने आप में बेहतरीन सरकारी कार्यशैली और व्यवस्था का ज्वलंत उदाहरण बन चुका है कि लोगों की इस गंभीर जनसमस्या के बार-बार मीडिया में आने के बावजूद सरकारी तंत्र बिना कोई एक्शन किए बस लोगों को परेशान होते ही देख रहा है। 

‘पंजाब केसरी’ के सुधी पाठकों ने इस संवाददाता को सम्पर्क कर कहा कि वे इस खस्ताहाल पुल से गुजरने को किसी युद्ध लडऩे से कम नहीं स्वीकार करते हैं। लोगों ने कहा कि एक तरफ फगवाड़ा के इस अति महत्वपूर्ण पुल, सॢवस सड़क और खूनी चौक के नाम से जाने जाते इस इलाके के चौराहे की यह दास्तान है तो दूसरी तरफ फगवाड़ा में हमारे राजनेताओं में विकास हो रहा है, विकास मौजूदा कांग्रेस सरकार ने नहीं पिछली अकाली-भाजपा गठबंधन की सरकार ने करवाया की न खत्म होने वाली बहस छीड़ी हुई है? कोई जनता को यह जवाब देगा कि पिछली अकाली-भाजपा गठबंधन सरकार से लेकर मौजूदा कैप्टन सरकार तक फगवाड़ा के इस अहम पुल, सॢवस सड़क, चौराहे की दशा ऐसी ही क्यों बनी हुई है? इसके लिए कौन जिम्मेदार है और वह कौन सी सुबह आएगी जब जनहित के इस कार्य की ओर ध्यान दे। सरकार व सरकारी अमला लोगों की मांग व पुकार पर गौर कर उक्त गंभीर जनसमस्या का ठोस समाधान करवाएगा? है कोई जवाब? 


पुल के पास स्थित मेन सर्विस सड़क पर अवैध कब्जों की भरमार 
लोगों ने कहा कि हमारी परेशानी यह है कि एक तो उक्त पुल की सड़क गड्ढों से भरी पड़ी है और दूसरा इसी पुल के नीचे से गुजरती सॢवस सड़क पर अवैध कब्जों की भरमार है। सॢवस सड़क तो सिर्फ नाम की बाकी बची है क्योंकि जिसका जो दिल करता है वह पब्लिक प्रॉपर्टी का प्रयोग कर वहां पर रख देता है। अब कोई चाहकर भी भला क्या कर सकता है? मजबूरी है और यही रहेगी। 

जनता की मांग के बाद भी नहीं लगी ट्रैफिक लाइटें 
लोगों ने कहा कि अर्सा पहले यहां पर सरकारी स्ट्रीट लाइटों के पोल खड़े कर दिए गए थे लेकिन इसके बाद पोल पर लाइटें नहीं लगी हैं। पुल के नीचे उतरते ही शहर में खूनी चौक से मशहूर हो चुका वह चौराहा है जहां पर चारों तरफ से भारी ट्रैफिक गुजरता है। यहां पर अनेक मौकों पर लोगों की सड़क हादसों दौरान मौत हो चुकी है और आए दिन लोग हादसों का शिकार बन घायल हो रहे हैं। लोग निरंतर मांग करते आ रहे हैं कि उक्त चौराहे के इर्द-गिर्द ट्रैफिक नियंत्रण करने वाली ट्रैफिक लाइटें लगवा दो, जिससे सड़क हादसों के घटने का क्रम कम हो जाए लेकिन इसकी आज तक कोई सुनवाई नहीं हुई है। 

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