पुलिस टीम पर हमला करने का मामलाःचौकी की भूमिका को लेकर खड़े हुए अहम सवाल

punjabkesari.in Tuesday, Jun 26, 2018 - 12:21 PM (IST)

कपूरथला(भूषण): नशीले पदार्थों का धंधा करने वाले संदिग्ध व्यक्तियों के ठिकाने पर छापामारी करने गई सी.आई.ए. स्टाफ कपूरथला की पुलिस टीम पर हमला कर उन्हें बंधक बनाने वाले आरोपियों की तलाश में जहां सोमवार को सी.आई.ए. स्टाफ कपूरथला व थाना सदर कपूरथला की टीमें विभिन्न स्थानों पर छापामारी करती रहीं। वहीं इस पूरे प्रकरण में महज कुछ कदमों की दूरी पर पड़ती चौकी काला संघिया की पुलिस को इस स्थान पर संदिग्ध व्यक्तियों के आने-जाने को लेकर कोई भनक न लगना कई अहम सवाल खड़े करता है। जिसको लेकर उच्च पुलिस अधिकारी विभागीय कार्रवाई को लेकर जुट गए हैं।

गौरतलब है कि सी.आई.ए. स्टाफ कपूरथला की टीम को सूचना मिली थी कि नजदीकी गांव आलमगीर काला संघिया में हरमिंद्र सिंह पुत्र जगजीत सिंह के घर नशीले पदार्थ बेचने का धंधा करने वाले लोगों का आना-जाना लगा रहता है तथा अब भी कुछ संदिग्ध व्यक्ति उसके ठिकाने पर ठहरे हुए हैं जिस पर जब सी.आई.ए. स्टाफ की टीम मौके पर छापामारी के लिए पहुंची तो आरोपी हरमिंद्र सिंह ने अपने साथियों विक्रम, सरदूल सिंह, सागर, जसवंत कौर, मधु तथा मंगा सहित 30-35 अन्य लोगों को साथ लेकर पुलिस टीम को बंधक बनाते हुए ए.एस.आई. स्वर्ण सिंह, हैड कांस्टेबल फकीर सिंह तथा कांस्टेबल मनदीप सिंह को घायल कर दिया तथा पुलिस की गाड़ी के शीशे तोड़ दिए। इन सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया था।

एस.पी.डी. जगजीत सिंह सरोआ की निगरानी में सी.आई.ए. स्टाफ कपूरथला के इंचार्ज इंस्पैक्टर सुखपाल सिंह, थाना सदर कपूरथला के अतिरिक्त एस.एच.ओ. ज्ञान सिंह के नेतृत्व में विभिन्न पुलिस टीमों ने आरोपियों को पकडऩे के लिए विभिन्न स्थानों पर छापामारी की लेकिन आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला। वहीं इस संबंध में एस.एस.पी. कपूरथला संदीप शर्मा ने बताया कि आरोपियों को हर हाल में गिरफ्तार किया जाएगा जिसके लिए पुलिस छापामारी कर रही है। सी.आई.ए. स्टाफ कपूरथला की पुलिस टीम पर हुए हमले के मामले में कस्बा काला संघिया तथा आसपास के 14-15 गांवों की सुरक्षा के लिए बनाई गई पुलिस चौकी की भूमिका कई अहम सवाल खड़े कर रही है। इस पूरे मामले में सबसे चौंकाने वाला पहलू तो यह है कि आखिर इस ठिकाने पर आने वाले संदिग्ध लोगों को लेकर चौकी काला संघिया की पुलिस को क्यों भनक नहीं लगी।

आखिर क्यों चौकी काला संघिया की पुलिस की मुखबिरी ड्रग का धंधा करने वाले संदिग्ध आरोपियों को ढूंढने में नाकामयाब साबित हुई। इस पूरे प्रकरण में एक और हैरान करने वाला पहलू तो यह भी है कि आखिर क्यों सी.आई.ए. स्टाफ कपूरथला की टीम को 15 किलोमीटर दूर आलमगीर काला संघिया में आकर संदिग्ध व्यक्तियों को पकडऩे के लिए छापामारी करनी पड़ी। जो कहीं न कहीं चौकी काला संघिया की ढीली कार्यप्रणाली की ओर इशारा करती है। 

पुलिस के लिए बड़ा दस्तावेजी सबूत बना मौके पर बनी वीडियो
वहीं सी.आई.ए. स्टाफ कपूरथला की पुलिस पर हुए हमले दौरान बनी वीडियो पुलिस के लिए बड़ा दस्तावेजी सबूत बना हुआ है।  गौरतलब है कि गांव काला संघिया के आलमगीर क्षेत्र में सी.आई.ए. स्टाफ के कर्मचारियों पर हुए हमले के मामले ने पुलिस विभाग में काफी गुस्सा पैदा कर दिया है। इसको लेकर मौके पर बनी वीडियो को देखकर जहां पुलिस विभाग के सीनियर अधिकारी भी हैरान रह गए हैं, वहीं इस घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करना पुलिस के लिए इज्जत का सवाल बन गया है। गौर हो कि इससे पहले रोपड़ के निकट नूरपुर बेदी में रेत माफिया द्वारा विधायक सदोआ के साथ की मारपीट की वीडियो भी सामने आई थी जो पुलिस के लिए एक बड़ा दस्तावेजी सबूत बन गई थी।

Anjna