नशीली दवाइयों का उत्पदान करने वाली फैक्टरी सील, 6 काबू

punjabkesari.in Sunday, Sep 02, 2018 - 08:09 AM (IST)

फगवाड़ा(जलोटा): फगवाड़ा पुलिस द्वारा स्थानीय बंगा रोड पर स्थित एक दवाई बनाने वाले फैक्टरी  में छापेमारी कर वहां से भारी मात्रा में नशीली दवाइयां, इनको तैयार करने के प्रयोग में लाई जाती नशीली सामग्री आदि बरामद करने की सनसनीखेज सूचना मिली है। मामले की जांच कर रहे पुलिस थाना सिटी के एस.एच.ओ. जतिन्द्रजीत सिंह ने बताया कि पुलिस ने फैक्टरी को सील कर दिया है।

फैक्टरी से पुलिस ने करीब 3,50,000 के करीब नशीली दवाइयों सहित 12 किलो डैजीपाम, 750 ग्राम जिलपीडम पाऊडर, 1100 ग्राम लैकसीपम, 850 ग्राम अलोरापम आदि बरामद किया है। यह सभी सामग्री व दवाइयां नार्कोटिक श्रेणी के अधीन आती हैं। फैक्टरी का प्रबंधन फगवाड़ा में दिमागी रोगियों का इलाज करने वाले एक अस्पताल द्वारा किया जा रहा है। जांच के दौरान फैक्टरी में न तो नशीली दवाइयों संबंधी कोई उचित रिकार्ड मिला है और न ही प्रबंधक यह बता सके हैं कि आखिर वे  इतनी भारी संख्या में नशीली दवाइयों की खेप कहां पर और कैसे खपा रहे हैं और तो और जो कुछ फैक्टरी के कथित रिकार्ड में लिखा गया है वह भी कच्ची पैंसिल का प्रयोग कर लिखा गया है। 

पुलिस ने इस मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान फैक्टरी के मालिक बताए जा रहे मंदीप सिंह पुत्र स्व. कुलदीप सिंह वासी स्वर्ण अस्पताल फगवाड़ा, दीपक कन्नौजिया पुत्र विजय कुमार वासी पे्रमपुरा फगवाड़ा, महिन्द्र सिंह पुत्र तारा सिंह वासी सुखचैन नगर फगवाड़ा, हरभजन सिंह वासी सुखचैन नगर फगवाड़ा, चरणजीत सिंह पुत्र हरभजन सिंह वासी फतेह सिंह नगर फगवाड़ा व चंद कुमार के रूप में हुई है। इनके खिलाफ एन.डी.पी.एस. एक्ट के तहत पुलिस केस दर्ज कर लिया गया है। 

सूत्रों के अनुसार बरामद हुई नशीली दवाइयों की कीमत लाखों रुपए में है। हालांकि इसकी पुष्टि आधिकारिक तौर पर नहीं की जा रही है। वहीं फैक्टरी प्रबंधकों का दावा है कि उक्त फैक्टरी में उत्पादन की जा रही नशीली दवाइयां सरकारी तौर पर लाइसैंस प्राप्त करने के पश्चात वैध रूप से कानून की पालना कर बनाई जा रही हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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