शहर के समस्त क्षेत्रों में तेजी से बढ़ रही है आवारा कुत्तों की संख्या

punjabkesari.in Friday, Sep 14, 2018 - 12:17 PM (IST)

फगवाड़ा (मुकेश): फगवाड़ा निवासी गत कई माह से आवारा कुत्तों के भय से काफी दुखी हैं। जब कभी किसी इंसान की तबीयत खराब होती है, तो अधिकतर चिकित्सक उक्त रोगी कोदवाई के साथ-साथ रोजाना सैर की सलाह देते हैं, लेकिन लोग कुत्तों के डर से सैर को भी नहीं जा पाते हैं।इस संबंधी जब शहर का चक्कर लगाया तो साफ दिखा कि शहर के बाहरी इलाकों के साथ-साथ भीतरी क्षेत्र में भी आवारा कुत्तों का ग्राफ तेज रफ्तार से बढ़ रहा है। विशेषकर कुत्तों की भी नसबंदी, नलबंदी न होने के कारण हर क्षेत्र की सड़कों पर कुत्तों के झुंड देखे जा सकते हैं। सच्चाई यह भी है कि उनमें से कई खूंखार कुत्ते कई राहगीरों को काट भी चुके हैं। फगवाड़ा के मेयर अरुण खोसला के इलाके यानी कटैहरा चौक, सिंधूरा गली को जाते रास्ते में तो काफी अधिक संख्या में कुत्तों के झुंड देखे जा सकते हैं। नगर निगम की ढीली कार्यशैली के कारण काफी लोग परेशान हैं।

बीतें दिनों फगवाड़ा के मेयर ने इस समस्या के समाधान के लिए पूरी टीम के साथ देहरादून जाना था।इस गंभीर समस्या बाबत जब फगवाड़ा मेयर अरुण खोसला से बात हुई तो उन्होंने कहा कि उनकी टीम देहरादून नहीं गई है। उन्होंने माना कि फगवाड़ा में गत कई महीनों से आवारा कुत्तों की तादाद तेज रफ्तार से बढ़ी है। खोसला ने कहा कि उन्होंने अपने एजैंडों में कुत्तों की नसबंदी बाबत प्रस्ताव रखा था, मगर वहां मौजूद पाषर्दों ने यह कह कर प्रस्ताव निरस्त कर दिया कि स्टाफ कामकाज नहीं करता है और बजट के पैसे हड़प जाता है। फगवाड़ा नगर निगम कमिश्नर बख्तावर सिंह से बातचीत की गई तो उन्होंने कहा कि  इस मामले संबंधी सैनेटरी इंस्पैक्टर की ड्यूटी लगाकर उनसे रिपोर्ट लेंगे कि किस इलाके में आवारा कुत्तों, आवारा जानवरों की कितनी संख्या है, जिसके बाद शीघ्र कार्रवाई होगी। स्मरण रहे कि देश के पालतू कुत्तों की रजिस्ट्रेशन का कानून बना है, जिसके मद्देनजर पालतू कुत्तों को रखने वाले लोगों को उनकी रजिस्ट्रेशन समय-समय पर करवानी जरूरी होती है।मगर नगर निगम के लापरवाही वाले कार्य के चलते यह मामला ठण्डे बस्ते में पड़ा देखा जा सकता है। अगर रजिस्ट्रेशन फीस वसूलने का क्रम जारी होता है तो इससे जहां नगर निगम की आमदनी बढ़ेगी, वहीं आवारा कुत्तों की नसबंदी, नलबंदी का खर्चा भी इस पैसे से निकल जाएगा।
 

bharti