फगवाड़ा गोली कांड: हिंदू नेताओं की रिवाल्वरों में से ही चली थी गोलियां

punjabkesari.in Tuesday, Jul 17, 2018 - 03:57 PM (IST)

फगवाड़ा(स.ह.): फगवाड़ा में 13 अप्रैल को हुए गोलीकांड के मामले में सैंट्रल फॉरैंसिक विज्ञान लैबोरेटरी चंडीगढ़ ने पुष्टि की है कि हिंसक सांप्रदायिक झड़प दौरान चलाई गई गोलियां गिरफ्तार किए गए 4  हिंदू नेताओं की लाइसैंसी रिवाल्वरों से चली थीं। इस गोलीकांड में दलित नौजवान यशवंत उर्फ बोबी और कुलविंदर घायल हो गए थे, जिनमें से बोबी ने 29 अप्रैल को डी.एम.सी. लुधियाना में दम तोड़ दिया था।

इस संबंध में आई.जी. पुलिस की तरफ  से बनाई गई एस.आई.टी. के प्रमुख एस.पी. हैडक्वार्टर जगकिरनजीत सिंह तेजा ने बताया कि अभी यह पता नहीं लग सका है कि बोबी को जो गोली लगी थी, वह किस की रिवाल्वर से चली। इसी दौरान पुलिस ने इस रिपोर्ट के आधार पर गिरफ्तार किए गए 6 हिंदू नेताओं के खिलाफ  अदालत में चालान पेश कर दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने हिंदू नेताओं की चारों रिवाल्वर भी कब्जे में ले ली थीं और लैबोरेटरी को भेज दी थीं।

बोबी के सिर में लगी गोली बेढबी थी, जिस कारण अभी तक लैब मुख्य दोषी का पता नहीं लगा सकी परन्तु पता लगा है कि चारों रिवाल्वर चालू हालत में थे। यहां यह बताना उचित होगा कि 2 हिंदू नेता टीका और चारा बत्ता को कुछ देर बाद में गिरफ्तार किया गया था और उनकेविरुद्ध उपरोक्त चालान अदालत में पेश कर दिया गया है। इन 6 हिंदू नेताओं के विरुद्ध कत्ल के आरोप के चालान के अलावा अनुसूचित जाति एक्ट की धाराओं के अंतर्गत भी चालान पेश किया गया है। इसी दौरान पुलिस ने 6 दलित नौजवानों के खिलाफ  भी अलग-अलग धाराओं के तहत अदालत में चालान पेश कर दिया है परन्तु इनमें कत्ल का मामला शामिल नहीं है।

वर्णनयोग्य है कि 13 अप्रैल की रात को गोल चौक में 2 धड़ों के बीच एक बोर्ड लगाने और चौक का नाम बदलने को लेकर विवाद हो गया था, जिस दौरान चली गोली में एक दलित नौजवान यशवंत उर्फ बोबी की मौत हो गई थी और 3 अन्य नौजवान जिनमें दलित नौजवान कुलविंदर भी शामिल था, घायल हो गए थे। इस संबंध में पुलिस की जांच जारी है। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए शिवसेना के नेता इंद्रजीत करवल और शिवि बत्ता, हिंदू सुरक्षा समिति के नेता दीपक भारद्वाज, भारतीय जनता युवा मोर्चा नेता राजू चाहल के रिवाल्वर कब्जे में ले लिए थे, जिनकी जांच उपरांत यह मामला सामने आया है। दलित नौजवान यशवंत बोबी को गोली लगने पर उसे गंभीर हालत में डी.एम.सी. अस्पताल लुधियाना में दाखिल करवाया गया, जहां उसकी 29 अप्रैल को मौत हो गई। एक अन्य दलित नौजवान कुलविंदर भी गोली से घायल हो गया था जिसको रामा मंडी जालंधर के अस्पताल में दाखिल करवाया गया था जिसको इलाज उपरांत अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी। 
 

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