एक साल पहले मिले थे 2 शव, पुलिस आज तक कातिलों को ढूंढने में नाकाम

punjabkesari.in Monday, Jun 25, 2018 - 03:26 PM (IST)

फगवाड़ा (जलोटा): फगवाड़ा की पाश कालोनी गुरु हरगोबिंद नगर की कोठी नंबर-472 में सुरिन्द्र कौर की हुई हत्या और इसके कुछ दिन बाद फगवाड़ा रेलवे स्टेशन के पास अज्ञात युवक की हत्यारों द्वारा हत्या कर फैंके गए शव की पहेली एक वर्ष से ज्यादा समय बीत जाने के बाद भी जस की तस बरकरार है। दोनों हत्याकांडों में फगवाड़ा पुलिस एवं रेलवे पुलिस फगवाड़ा आज तक यह ढूंढ नहीं सकी है कि इन हत्याओं के पीछे का राज क्या रहा है और वो अज्ञात हत्यारे कौन थे जिन्होंने हत्याओं को बेखौफ हो अंजाम दे डाला।

हालांकि दोनों मर्डर केसों को सुलझाने का दावा फगवाड़ा पुलिस एवं रेलवे पुलिस फगवाड़ा कर रही है। लेकिन यह दावे कितने सही हैं इसका अंदाजा महज इस बात से लगाया जा सकता है कि शहर की सबसे पाश कालोनी स्वीकारे जाते गुरु हरगोङ्क्षबद नगर में हुई सुरिन्द्र कौर की हत्या के मामले में पुलिस यह पता नहीं कर सकी है कि अज्ञात हत्यारों की संख्या कितनी थी और हत्या कर वो कहां पर चले गए हैं। ऐसा तब है जब फगवाड़ा पुलिस की टीमें बार-बार मृतका की कोठी को खोल उसे बारीकी से खंगालती रही है। सवाल यह बना हुआ है कि पुलिस ने मृतका के घर की ही क्यों कई बार जांच की है और वो क्या राज रहा है जिसे पुलिस टीम ढूंढने में लगी हुई है।

इसी दौरान पुलिस हार्डकोर पेशेवर क्रिमिनल्स संबंधी फाइलों को बारीकी से खंगालने में जुटी रही है। सूत्र बताते हैं कि पुलिस द्वारा इस तथ्य को भी बारीकी से खंगाला गया है कि तब मृतका की रसोई में मिले जूस के गिलास के पीछे की सच्चाई क्या रही है। कहीं उसमें कोई नशीली वस्तु तो नहीं डाली गई थी जिससे मृतका को बेसुध करने के बाद उसकी हत्या की गई हो। लेकिन हाल फिलहाल ऑन रिकार्ड पुलिस के हाथ आरोपी हत्यारों को गिरफ्तार करना तो दूर इनकी असली पहचान तक जुटाने में फेल साबित हुए हैं।

वहीं फगवाड़ा में हुए उक्त ब्लाइंड मर्डर के पश्चात लोगों में खासी दहशत और खौफ छाया हुआ है और सबकी निगाहें पुलिस पर टिकी हुई हैं कि कब पुलिस तंत्र उक्त मर्डर केस को हल कर आरोपी हत्यारों को गिरफ्तार करते हुए इसके पीछे रहे कारण का खुलासा करता है।इसी तर्ज पर दूसरे मामले में रेलवे पुलिस फगवाड़ा तो ऑन रिकार्ड हत्या का शिकार बने अज्ञात जवान युवक की पहचान तक नहीं जुटा सकी है। हत्यारों ने हत्या करने के बाद मृतक युवक के चेहरे पर तेजाब फैंक उसे क्यों जलाया और इसके पीछे क्या राज था कि लाश को रेलवे ट्रैक पर फैंका गया? हालांकि इसे लेकर रेलवे पुलिस तर्क दे रही है कि हत्यारों ने चेहरे पर तेजाब इसलिए फैंका क्योंकि वो हत्या का शिकार बने युवक की पहचान मिटाना चाहते थे और लाश को रेलवे ट्रैक पर इसलिए फैंका गया ताकि यह हत्या पहली नजर में रेल हादसा प्रतीत हो।

बता दें कि फगवाड़ा में करीब 1 वर्ष पहले 1 अज्ञात युवक की अज्ञात हत्यारों ने कथित तौर पर मारपीट करने के बाद उसकी तेजधार हथियारों से नृशंस हत्या करने के बाद पहचान मिटाने के लिए उसके चेहरे पर तेजाब डाल उसे बुरी तरह से जला दिया था और जब उनका इससे भी दिल न भरा तो उसी की पहनी हुई शर्ट को उतार उसके चेहरे पर रख इसे आग लगा दी थी। वहशी हत्यारों ने इसके बाद मृतक युवक की लाश को लंबी दूरी तक जमीन पर घसीटते हुए फगवाड़ा रेलवे स्टेशन के पास खेड़ा रेलवे फाटक के नजदीक मेन फगवाड़ा-लुधियाना रेल ट्रैक पर गोङ्क्षबदपुरा के समीप लावारिस हालत में हत्याकांड को हादसे का रूप देने के मकसद से फैंक दिया था।

उक्त हत्याकांड को लेकर रेलवे पुलिस फगवाड़ा ने अज्ञात युवक की हत्या करने के आरोप में ऑन रिकार्ड अज्ञात हत्यारों के खिलाफ धारा 302, 201, 34 आई.पी.सी. के तहत पुलिस केस दर्ज किया हुआ है। तब हत्याकांड की जांच कर रही रेलवे पुलिस की टीम को मौके से हत्याकांड में प्रयोग की गई खून से सनी 2 रस्सियां, मृतक युवक द्वारा पहने हुए बाटा कंपनी के 2 जूते, आग से जलाई जा चुकी उसकी कमीज के चेहरे के पास अद्र्धजली अवस्था में मिले कुछ टुकड़े, 1 जीन पैंट, अंडरवीयर व उसकी जुराबें (मोजे) बरामद हुए थे। लेकिन मृतक की हत्या मारपीट कर उसे तेजधार हथियारों से गंभीर रूप से घायल करने के  बाद उसकी हत्या कैसे अंजाम दी गई है इसे लेकर पुलिस अभी तक कुछ भी पता नहीं कर पाई है।

Anjna