दीपावली को सही अर्थों में रोशनियों के त्यौहार के तौर पर मनाया जाए : संत सीचेवाल

punjabkesari.in Wednesday, Nov 07, 2018 - 11:49 AM (IST)

सुल्तानपुर लोधी(धीर): पर्यावरण प्रेमी पद्मश्री संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने देश-विदेश में रहने वाले संगत को दीवाली पर बंदी छोड़ दिवस की कोटि कोटि बधाई दी है। उन्होंने संगत को अपील की कि मौजूदा समय के दौरान देशभर में करोड़ों रुपए खर्च करके पटाखे चलाकर प्रकृति का विनाश करना बहुत बुरा है। करोड़ों रुपए को आग लगाने की बजाय इस माया से सरबत के भले के कार्य कर जरूरतमंद लोगों के आशीर्वाद लेकर लाभ लिया जा सकता है। 

उन्होंने संगत को अपील की कि प्रदूषण रहित दीपावली मनाएं, अधिक से अधिक पौधे लगाएं, हवा, पानी व धरती बचाएं, आओ गुरु नानक का वचन कमाएं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में मनाए जा रहे गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व तक देश को प्रदूषण मुक्त बनाने में हम सभी योगदान दें। आज से यह प्रण करें और हर गांव में 550 पौधे लगाएं। भारत देश बहुत से त्यौहारों का देश है। प्रत्येक त्यौहार का अपना इतिहास है, जो कोई न कोई अ‘छा संदेश देता है।

उन्होंने कहा कि आज त्यौहारों से कुछ सीखने की जगह त्यौहार के दौरान प्रकृति का विनाश करना शुरू कर दिया गया, जो बहुत ही बुरी बात है। दीपावली, जो हर घर रोशनी व खुशी बांटने के लिए मनाई जाती है, परंतु अब हमारे समाज की अनदेखी के कारण यह पवित्र त्यौहार हवा प्रदूषण के लिए दुनिया भर में चर्चित हो गया है। दीपावली के दौरान चलाए जा रहे पटाखे देश की आबो-हवा में जहर घोल रहे हैं। इस प्रदूषण से इंसान, पशु व पक्षी सभी घातक खतरे का सामना करना रहे हैं। 

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