सिद्धू ने पाकिस्तान जाकर देश का नाम डुबोया : मेयर खोसला

punjabkesari.in Tuesday, Dec 04, 2018 - 01:49 PM (IST)

 

फगवाड़ा (मुकेश): आगामी लोकसभा चुनावों का बिगुल बजने वाला है तथा देश में एक बार फिर मोदी लहर चल रही है। मोदी के मुकाबले कांग्रेस के पास कोई नेता ही नहीं है, ऐसा लगता है कि कांग्रेस का जहाज डूबने वाला ही है। उक्त विचारों का खुलासा फगवाड़ा के मेयर व वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण खोसला ने किया। उन्होंने दावा किया कि 2019 में नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एन.डी.ए. का परचम लहराएगा तथा मोदी ही देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे।मेयर ने कहा कि केंद्र की लोक भलाई नीतियों का कांग्रेस के पास कोई जवाब नहीं है तथा कांग्रेस की 60 साल की लूट के मुकाबले मोदी सरकार का रिकार्ड तोड़ विकास भारी पड़ रहा है। पंजाब में कांग्रेस के जहाज को अपने ही डुबोने में लगे हैं तथा इनको अब किसी धक्के की जरूरत नहीं है। कांग्रेस में चल रही खींचतान जगजाहिर हो चुकी है।

कैप्टन अमरेंद्र सिंह शायद अब उस समय को कोस रहे होंगे जब कॉमेडियन सिद्धू को हाईकमान के दबाव में कांग्रेस में शामिल कर कुर्सी पर बैठाया था। कैप्टन के बयान से साबित हो गया कि सिद्धू किसी के सगे नहीं है। कैप्टन शायद सिद्धू का इतिहास भूल गए हैं, जिस भाजपा ने सिद्धू को इतना मान-सम्मान दिया, जब वह उसके सगे नहीं हुए तो कैप्टन या कांग्रेस के क्या सगे होंगे, जिसको यह पहले मुन्नी की तरह बदनाम बताते रहे हैं। यह ठीक है कि सिद्धू पाकिस्तान वहां के प्रधानमंत्री इमरान खान से दोस्ती के चलते गए।

यह भी ठीक है कि सिद्धू कैप्टन के निर्देशों को ठेंगा दिखाकर गए, पर क्या उनको देश की अस्मिता तथा अखंडता का ध्यान नहीं रखना चाहिए था, सिद्धू के पाक में दिए भाषणों से ऐसे लगने लगा है कि सिद्धू पाकिस्तान के पिट्ठू बन गए हैं। सिद्धू ने वहां जाकर व जनरल बाजवा से जफ्फी डाल कर देश की सीमाओं की रक्षा के लिए तत्पर सैनिकों की दिलेरी तथा शहीद सैनिकों की शहादतों का अपमान किया। दूसरी फेरी में सिद्धू साहिब ने पंजाब में आतंकवाद की घटनाओं को सरअंजाम देने के लिए जिम्मेदार गोपाल सिंह चावला के साथ फोटो खिंचवा कर पूरे देशवासियों का सिर शर्म से झुका दिया, जिसके लिए कांग्रेस को जवाब देना चाहिए कि देश विरोधी ताकतों के साथ हैं या सिद्धू के कारनामों के साथ। खोसला ने कहा कि सिद्धू न तो देश के बने, न कांग्रेस के, बस अब ठोको ताली के सिवाय उनके पास कुछ नहीं है। लोग इसका जवाब 2019 में देंगे तथा कांग्रेस की लंका जलाने में सिद्धू का अहम रोल होगा।

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