शूगर मिल चौक पुल का धंसा एक हिस्सा, किसी भी क्षण घट सकता है अनर्थ

punjabkesari.in Monday, Nov 12, 2018 - 09:17 AM (IST)

फगवाड़ा(जलोटा): फगवाड़ा के शूगर मिल चौक पुल पर किसी भी क्षण बड़ा अनर्थ घट सकता है। इसका कारण पुल के एक हिस्से का धंसना है लेकिन विडंबना और हैरानी वाली कड़वी सच्चाई यह बनी है कि पुल पर पिछले लंबे समय से बने हुए बेहद खतरनाक हालात के बावजूद इसे लेकर सरकारी अमला आराम की गहरी नींद सो रहा है और मानों उस पल का इंतजार कर रहा है जब बड़ी त्रासदी घट उक्त पुल जमींदोज हो गिर जाए और अनेक मासूम इंसानी जीवन इसकी चपेट में आ जाएं? इससे भी हैरानीजनक बात यह बनी है कि उक्त मामले को लेकर निरंतर सोशल मीडिया पर आम जनता द्वारा लोगों की सुरक्षा का हवाला दे बकायदा वीडियो क्लिप बना इस गंभीर मामले की ओर ध्यान देने की पुकार की जा रही है लेकिन मजाल है कि कोई सरकारी अफसर, बाबू और बड़ा अधिकारी लोगों की यह पुकार सुन जनहित में बनती ठोस पहल कर दे?

 बने हुए खतरनाक हालात को लेकर आज अनेक सुधी पाठकों ने ‘पंजाब केसरी’ के प्रतिनिधि से सम्पर्क कर बकायदा वीडियो क्लिप भेज गुहार लगाई है कि उक्त मामले को जनहित में उठा सरकारी अमले तक लोगों की पुकार पहुंचाई जाए और इनको सच से अवगत करवा पूछा जाए कि आखिर वह कौन-सी ऐसी वजह है कि फगवाड़ा में नैशनल हाईवे नंबर-1 पर स्थित शहर के सबसे चर्चित शूगर मिल चौक पर बनाए गए पुल की दिन-ब-दिन खस्ता हालत होते देख भी सरकारी अमला इस कदर तक चुप्पी साधे हुए है कि उसे अब पुल का जमींदोज होना भी दिखाई नहीं पड़ रहा है? 
पुल के खोखला होने के बाद भी सरकारी अमले ने क्यों नहीं लिया नोटिस ?

लोगों ने कहा कि वे हैरान हैं कि उक्त पुल जिस पर रोजाना हजारों की संख्या में छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं, के साफ तौर पर कई स्थलों पर खोखला होने के बाद भी सरकारी अमले ने इसका कोई नोटिस क्यों नहीं लिया है? जनता ने सवाल किया है कि यदि उक्त पुल का एक हिस्सा जो पूरी तरह से धंस चुका है और जिसमें पड़े गड्ढों से साफ तौर पर आर-पार देखा जा सकता है यदि भरे ट्रैफिक वाले दिन जमींदोज हो गिर भयानक त्रासदी का केंद्र बनता है तो इसके लिए दोषी कौन होगा?

इसकी नैतिक जिम्मेदारी किसकी होगी और जो अनमोल इंसानी जीवन घटने वाली दर्दनाक दुर्घटना में खत्म हो जाएंगे उनके लिए कौन कसूरवार होगा? नि:संदेह जो तर्क और सवाल जनता उठा रही है, वे बेहद गंभीर और महत्वपूर्ण हैं लेकिन सौ तर्कों और सवालों के मध्य सबसे अहम प्रश्न तो यही है कि फगवाड़ा के इस बेहद अहम पुल जो सतनामपुरा, हदियाबाद, नकोदर, जंडियाला, नूरमहल आदि दर्जनों गांवों को जाते रास्तों को जोड़ता है, की सुध सरकारी अमला कब लेगा और बने हुए बेहद खतरनाक घटनाक्रम को कब ठीक किया जाएगा? 

swetha