पुलिस वेरिफिकेशन के बिना शहर में रह रहे अनजान लोग, सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरा

punjabkesari.in Tuesday, Jan 17, 2023 - 11:49 AM (IST)

फगवाड़ा : हाल के वर्षों में, पुलिस पहचान के बिना कई शहरों में स्वतंत्र रूप से घूमने वाले अज्ञात व्यक्तियों की उपस्थिति के बारे में चिंता बढ़ रही है। इसी कड़ी में शहर भी प्रमुख तौर पर शामिल है। यह लोग जिन्हें अकसर अज्ञात लोगों के रूप में जाना जाता है, नागरिकों की सुरक्षा के लिए एक गंभीर जोखिम पैदा कर सकते हैं, क्योंकि वह आसानी से पहचाने जाने योग्य नहीं हैं और जवाबदेह ठहराए बिना आपराधिक गतिविधियों में संलग्न हो सकते हैं?

शहर में अज्ञात लोगों की उपस्थिति का एक मुख्य कारण उचित पहचान प्रणालियों की कमी है। यहां पर बने कई अवैध पी.जी. केन्द्रों आदि निजी स्थल पर कमरा आदि किराए पर लेकर ऐसे कई अज्ञात लोग रह रहे हैं जिनका पूर्ण ब्यौरा पुलिस सहित जिला पुलिस कपूरथला के पास भी नहीं है।

बता दें कि जिलाधीश कपूरथला द्वारा धारा 144 के तहत सरकारी तौर पर आदेश जारी कर पी.जी. आदि सहित सभी जगहों पर बाहर से आए हुए लोगों की पहचान को पुख्ता करने हेतु मकान मालिकों को निर्देश जारी किए गए है कि वह अपने यहां रह रहे लोगों की पहचान अपने निकटतम पुलिस स्टेशन में वेरिफाई करवाएं।

ऐसा न करने की सूरत में धारा 188 के तहत पुलिस केस दर्ज हो सकता है। लेकिन बावजूद विभिन्न इलाकों में बिना पुलिस तसदीक करवाए ऐसे कई अनजान लोग यहां पर लंबे समय से रह रहे है जिनके बारे में उस इलाके में रहते लोगों को भी नहीं पता है कि यह कौन है और कहां से आएं है और यहां फगवाड़ा में क्या कर रहे हैं?

जोखिम वाले क्षेत्रों में पुलिस बढ़ाए चौकसी

जानकारों की राय में कई मामलों में व्यक्ति किसी भी प्रकार की पहचान किए बिना स्वतंत्र रूप से घूमने में सक्षम होते हैं, जिससे गंभीर वारदात होने के बाद पुलिस के लिए उन्हें ट्रैक करना भी मुश्किल हो जाता है। इससे पुलिस के लिए उन अपराधियों को पकड़ना कठिन हो सकता है जो सादे दृश्य में काम कर रहे हैं। अज्ञात लोगों की उपस्थिति भी महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम पैदा करती है। कई मामलों में अज्ञात व्यक्ति आवासीय क्षेत्रों और स्कूलों तक पहुंच प्राप्त करने में सक्षम होते हैं जिससे बच्चों और महिलाओं को दुर्व्यवहार और शोषण का खतरा बना रहता है। इस लिए यह आवश्यक है कि सरकार पहचान प्रणालियों में सुधार और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में पुलिस की उपस्थिति बढ़ाने के लिए कदम उठाए। इसमें आई.डी. कार्ड या बायोमेट्रिक पहचान जैसे अनिवार्य पहचान प्रणाली को लागू करना और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में गश्त पर पुलिस अधिकारियों की संख्या बढ़ाना शामिल हो सकता है।

सरकार पुलिस द्वारा उपयोग किए जाने वाले बुनियादी ढांचे को करे मजबूत

एक महत्वपूर्ण कदम जो सरकार उठा सकती है की वह पुलिस द्वारा उपयोग किए जाने वाले बुनियादी ढांचे और प्रौद्योगिकी में सुधार करना। इसमें नए निगरानी उपकरणों, जैसे कैमरे और जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम में निवेश करना और पुलिस अधिकारियों को अज्ञात व्यक्तियों की पहचान करने और ट्रैक करने में मदद करने के लिए बेहतर प्रशिक्षण और संसाधन प्रदान करना शामिल हो सकता है। नागरिकों के लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि वह शहरों में अज्ञात लोगों की समस्या को हल करने में अपनी भूमिका निभाएं। इसमें पुलिस को किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करना और अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा के बारे में सतर्क रहना प्रमुख तौर शामिल हो सकता है।

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News Editor

Kalash