डेरे को जमीन नहीं दी तो मुखी ने साथियों संग किया पूर्व सैनिक पर जानलेवा हमला

punjabkesari.in Wednesday, Jun 19, 2019 - 03:36 PM (IST)

खन्ना(सुनील): पुलिस जिला खन्ना अधीन पड़ते गांव झम्मट में डेरा मस्ताना जी के मुखी करनैल सिंह पर साथियों समेत पूर्व सैनिक परमजीत सिंह पर जानलेवा हमला करने का आरोप लगा है। इसे लेकर स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। हमले की पूरी वारदात सी.सी.टी.वी. कैमरों में कैद हो गई है। घायल पूर्व फौजी परमजीत सिंह को काफी चोटें लगी जिनको मलौद के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां से उन्हें लुधियाना फिर चंडीगढ़ अस्पताल में रैफर कर दिया गया। 

गांव के सरपंच हरपाल सिंह ने कहा कि सी.सी.टी.वी. फुटेज देखने से पता चला कि डेरे का बाबा अपने साथियों समेत परमजीत सिंह से मारपीट कर रहा है। यदि उन्होंने परमजीत सिंह से कोई बातचीत करनी ही थी तो बैठकर कर सकते थे। उन्होंने मारपीट करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वहीं परमजीत सिंह का बेटा व बहू बी.एस.एफ. में भर्ती हैं और बहू मैटरनिटी लीव पर है। उसने बताया कि डेरा मुखी करनैल सिंह लंबे समय से उनकी जमीन तथा घर हड़पना चाहता है। कई बार डेरा मुखी ने उन्हें धमकी दी कि जमीन तथा घर खाली करके चले जाओ, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया तो अब डेरा मुखी उन्हें जान से मारना चाहता है। पुलिस को सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।

डेरे की दीवार में गिरा रहा था पानी: डेरा मुखी 
डेरा मुखी करनैल सिंह ने सभी आरोपों को झूठ तथा निराधार करार देते हुए कहा कि जमीन मालिक परमजीत सिंह डेरे की दीवार में पानी गिरा रहा था। उसे रोका गया तो उसने कस्सी से हमला करने की कोशिश की। बचाव में कस्सी उसके लगी। किसी ने उस पर हमला नहीं किया।

घटना में कोई भी स‘चाई नहीं: सेवादार  
डेरे के सेवादार मनप्रीत सिंह ने कहा कि मारपीट की घटना में कोई भी स‘चाई नहीं है। इससे डेरे का कोई संबंध नहीं है। वह तो पूर्व फौजी को समझाने गए थे कि मामला पुलिस के पास है, वह जमीन पर कोई काम न करें, जिस पर पूर्व सैनिक ने कस्सी से हमला करना चाहा। वह तो कस्सी को पूर्व सैनिक से छीन रहे थे। डेरे को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। 

दोनों पक्षों में जमीन को पानी लगाने को लेकर हुआ विवाद: एस.एच.ओ. 
मलौद थाना के एस.एच.ओ. करनैल सिंह ने कहा कि पूर्व सैनिक परमजीत सिंह तथा डेरे के बाबा का विवाद चल रहा है। दोनों पक्षों में जमीन को पानी लगाने को लेकर विवाद हुआ था। घायल पूर्व फौजी के बयान चंडीगढ़ के पी.जी.आई. से हासिल कर लिए गए हैं। जो भी आरोपी होगा, उस पर कार्रवाई की जाएगी।

Vatika