डेंगू का इस वर्ष का पहला केस आया सामने

punjabkesari.in Saturday, Sep 08, 2018 - 10:58 AM (IST)

खन्ना (शाही): पिछले सालों के मुकाबले खन्ना में डेंगू का एक भी केस सामने न आने से सेहत विभाग व नगर कौंसिल चैन की सांस ले रहा था, वहीं आज खन्ना में पहला डेंगू का केस सामने आने से एक बार फिर दोनों विभागों की नींद उड़ गई है। खन्ना के आनंद नगर निवासी का जैसे ही डेंगू का केस पॉजीटिव पाया गया उसे लुधियाना भेज दिया गया। मरीज को घबराहट न हो इस बाबत उसे भी नहीं बताया गया है। सिविल अस्पताल के डा. पहले तो इसकी पुष्टि करते देखे गए लेकिन बाद में इस बाबत कोई भी बात करने से कतराने लगे। 

खन्ना में नहीं पाया गया कोई डेंगू के लारवा का केस : ई.ओ. रणवीर 
इस बाबत जब खन्ना के ई.ओ. रणवीर सिंह से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि खन्ना में नगर कौंसिल की ओर से डेंगू के मच्छर को मारने के लिए फॉङ्क्षगग करवाई जाती है, जिससे इस वर्ष डेंगू को कंट्रोल करने में सफलता मिली है। 

750 के मुकाबले एक केस का मिलना सेहत विभाग की बड़ी उपलब्धि
आज इस बाबत प्रैस कॉन्फ्रैंस को संबोधित करते हुए सिविल अस्पताल के एस.एम.ओ. डा. रजिन्द्र गुलाटी ने बताया कि जब उन्होंने वर्ष 2016 में खन्ना में पद संभाला था उस वर्ष खन्ना में 250 के लगभग डेंगू के मरीज पाए गए थे। उससे पहले वर्ष 2015 में लगभग 750 डेंगू के मरीज अकेले खन्ना में पाए गए थे जो घट कर पिछले साल 2017 में केवल 125 के लगभग रह गए। श्री गुलाटी ने बताया कि खन्ना में डेंगू के मरीजों में कमी आने का कारण है कि सेहत विभाग द्वारा 6 ब्रीङ्क्षडग टीमें खन्ना में छोड़ी गई हैं जो घर-घर जा कर कूलरों व अन्य पानी खड़े हुए स्थलों का मुआयना करती हैं और अगर डेंगू का लारवा पाया जाता है तो तुरंत नगर कौंसिल को सूचित किया जाता है जो लारवा स्थल पर दवाई का छिड़काव करते हैं और उस व्यक्ति को जुर्माना करते हैं जिसके घर में पानी खड़ा होने से डेंगू का लारवा पाया जाता है।

प्लेटलैट्स घटने से डेंगू नहीं हो जाता 
एस.एम.ओ. राजिन्द्र गुलाटी ने बताया कि आमतौर पर देखा गया है कि जब बुखार हो जाता है तो प्लेटलैट्स घट जाते हैं। लोग एक दम परेशान हो जाते हैं और बड़े अस्पतालों में दाखिल हो जाते हैं जबकि प्लेटलैट्स आम बुखार की वजह से भी घट जाते हैं इसलिए लोगों को चाहिए कि अगर शंका हो तो डेंगू का टैस्ट करवा कर ही आगे कोई निर्णय लें । 
 

Vatika