बैंक से 2.53 करोड़ की धोखाधड़ी करने वाला आरोपी गिरफ्तार

punjabkesari.in Tuesday, Aug 21, 2018 - 09:23 AM (IST)

खन्ना(सुनील): पुलिस ने पंजाब नैशनल बैंक ब्रांच मालेरकोटला रोड खन्ना के मैनेजर पाल सिंह कैड़े की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कथित आरोपी मनमोहन सिंह संधू पुत्र सुरजीत सिंह निवासी चावा थाना सदर खन्ना के खिलाफ आई.पी.सी. की धारा 420, 467, 468, 471, 120बी के अधीन मामला दर्ज करते हुए कथित आरोपी को गिरफ्तार कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। 

पुलिस को दी शिकायत में शिकायतकत्र्ता पाल सिंह कैड़े ने बताया कि वह उपरोक्त बैंक में मैनेजर के पद पर तैनात है। आज सुबह 8 बजे जब वह अपने घर मौजूद थे तो उन्हें मोबाइल पर काल आई, जिसने अपना नाम मनमोहन सिंह संधू बताया। कथित आरोपी ने कहा कि उसके पास रिश्तेदारों की जमीन का मुखत्यारनामा है, जिसकी किसी पार्टी को रजिस्टरी करानी है। जिन्होंने करीब अढ़ाई करोड़ रुपए की पेमैंट चैक से करनी है। कथित आरोपी को बैंक में आने के लिए कहा गया। शिकायतकर्ता के अनुसार इससे पहले वे पी.एन.बी. ब्रांच बीजा में तैनात थे और वहां पर भी मनमोहन सिंह का खाता था। 

जिस कारण वे उसे अच्छी तरह से जानते हैं। करीब साढ़े 11 बजे कथित आरोपी ने दोबारा फोन करके कहा कि वह भट्टियां जमीन वाली जगह से चलने लगा है। थोड़ी देर में वह बैंक में पहुंच गया। कथित आरोपी ने एक चैक दिया, जिस पर 2 करोड़ 53 लाख रुपए अंक में और अक्षरों में 5 करोड़ 53 लाख रुपए लिखा था। लिखाई वाली स्याही में भी फर्क था।

जिस पर कथित आरोपी से कहा गया कि चैक सही नहीं है।इस उपरांत कथित आरोपी चैक बदलने चला गया। आधे घंटे बाद ब्रांच में कथित आरोपी चैक नंबर एफ.एफ.डी.-477885 दिनांक 20 अगस्त 2018 रकम दो करोड़ 53 लाख रुपए खाता नंबर 0043002100060985, जोकि श्री सिद्धी विनायक ट्रस्ट 4-172 सिविल लाइंस बरेली ट्रस्टी अनुपम कपूर के साइन नीचे जारी किया हुआ है। ट्रस्ट की मोहर लगी थी। यह चैक पी.एन.बी. ब्रांच सिविल लाइंस बरेली यू.पी. जिसका कोड नंबर 243001 है से लाकर दिया और कथित आरोपी ने इसे पी.एन.बी. बीजा में अपने खाते में लगाने के लिए कहा। 

चैक बीजा ब्रांच में लग नहीं सकता था तो कथित आरोपी ने खन्ना ब्रांच में नया खाता खुलवा लिया। बैंक की हिदायतों के मुताबिक जब बैंक की मैनेजर रुकविंद्र कौर ने ट्रस्ट से संपर्क किया तो अनुपम कौर ने कहा कि उनकी तरफ से कोई चैक जारी नहीं किया गया है। उन्होंने बैंक से यह भी कहा कि इस खाते में पहले भी धोखाधड़ी की कोशिश हो चुकी है। फोटो कापी मांगने पर बैंक मैनेजर रुकविंद्र कौर की तरफ से चैक उन्हें व्हाट्सएप किया गया।  तभी अनुपम कौर ने बताया कि इस नंबर का चैक उन्होंने पहले भी किसी व्यक्ति को रद्द करके दिया था, जिसकी फोटोकापी व्हाट्सएप से बैंक को भेजी गई। वहीं पी.एन.बी. ब्रांच बरेली (यू.पी.) से भी चैक फर्जी पाया गया। इस पर पुलिस को सूचित करके कानूनी कार्रवाई कराई गई।

swetha