कपड़े की तिरपालों से भरे पड़े हैं बाजार कभी भी आ सकते हैं आग की लपेट में

punjabkesari.in Monday, Oct 07, 2019 - 01:50 PM (IST)

खन्ना(शाही): खन्ना के सभी मेन बाजरों में दुकानदारों में अपनी-अपनी दुकान के आगे इस प्रकार कपड़े की तिरपालें लगा रखी हैं कि किसी भी क्षण आग की एक चिंगारी पूरे बाजार को अपनी लपेट में लेकर हजारों लोगों की जान ले सकती है। गर्मी और बारिश से बचने के लिए दुकानदारों ने एक दूसरे के आमने-सामने इस प्रकार तिरपालें लगाई हैं कि बाजार से आसमान का कुछ भी भाग नजर नहीं आता। आते-जाते ग्राहकों को इन तिरपालों से गर्मी और बारिश से राहत जरूर मिलती है, लेकिन उस क्षण को कोई भी याद नहीं करता कि अगर किसी दुर्घटना से एक को आग लगती है तो साथ-साथ पूरे बाजार को अपनी लपेट में ले सकती है। 

एक दुकानदार विपिन चंद्र गेंद ने बताया कि किसी दुर्घटना को देखते हुए उसने अपनी 3 दुकानों में से एक भी दुकान के आगे तरपाल नहीं लगाई और बाकी तिरपालों की उसने एक शिकायत नगर कौंसिल को 1 महीना पहले की थी जब इन तिरपालों की लपेट में आकर नगर कौंसिल खन्ना की फायर ब्रिगेड की गाड़ी आगे आग बुझाने नहीं जा सकी, लेकिन अभी तक नगर कौंसिल ने तिरपालों को हटाने के लिए कोई कार्रवाई नहीं की।

11 हजार वोल्ट की तारों के साथ लगती तिरपालें, बिजली विभाग खामोश
खन्ना के मेन बाजार में 11 हजार वोल्ट के एक ट्रांसफार्मर के इर्द-गिर्द दुकानदारों द्वारा तिरपालों का जाल बुना पड़ा है। अक्सर ट्रांसफार्मर से वोल्टेज कम या ज्यादा होने से चिंगारियां निकलती रहती हैं। बिजली विभाग के जे.ई. अक्सर ट्रांसफार्मर का फ्यूज लगाने आते रहते हैं लेकिन किसी ने भी दुकानदारों को ट्रांसफार्मर के साथ लगती तिरपालों को हटाने को नहीं कहा। कल इन्ही तिरपालों और ट्रांसफार्मर की वजह से आग लगती है तो दुकानदारों पर तो केस होगा ही साथ में पावरकॉम के कर्मचारियों पर गाज गिर सकती है। 

तिरपालों की वजह से आग बुझाने नहीं जा सकी थी फायर ब्रिगेड गाड़ी
पिछले दिनों पुरानी सराएं मोहल्ला में एक घर में रसोई गैस का सिलैंडर फट गया था । इस क्षेत्र में जाने के लिए एक रास्ता करनैल सिंह रोड ही है। इस रास्ते से होकर जब नगर कौंसिल की फायर ब्रिगेड गाड़ी आग बुझाने के लिए निकलने लगी तो बाजार में लगाई तिरपालों की वजह से आगे नहीं जा सकी और उसे वापस जाना पड़ा। इसकी पुष्टी करते हुए फायर अफसर यशपाल गोमी ने बताया कि गनीमत रही कि गैस सिलैंडर फटने से आग अपने आप बुझ गई थी और नगर कौंसिल की फायर ब्रिगेड गाड़ी की जरूरत नहीं रही वरना बिना आग बुझाने से लोगों का जानी और माली नुक्सान हो सकता था। गोमी ने बताया कि वापस जाकर नगर कौंसिल में उसने इन तिरपालों को हटाने की शिकायत भी की थी । 

Edited By

Sunita sarangal