यहां जान जोखिम में डाल जुआरी लगा रहे दड़ा-सट्टा

punjabkesari.in Friday, Nov 02, 2018 - 03:43 PM (IST)

लुधियाना (ऋषि): दशहरा पर्व पर अमृतसर में हुए रेल हादसे जैसा भयानक हादसा इस्लामगंज रेल लाइनों के पास कभी भी हो सकता है। क्योंकि रेल लाइनों से चंद कदमों की दूरी पर लॉटरी की दुकानें सजी हैं, जहां पर जान जोखिम में डालकर जुआरी दड़ा-सट्टा लगा रहे हैं। अक्सर रेल लाइनों के पास लोग रोजगार के लिए काम करते हैं। मगर यह पहला मामला है जहां पर रेल लाइनों के आसपास के इलाके का प्रयोग जुआ खिलाने के लिए किया जा रहा है। सब पता होने के बावजूद भी जी.आर.पी. और थाना डिवीजन नं. 2 की पुलिस मूकदर्शक बनकर किसी बड़ी वारदात के होने का इंतजार कर रहे हैं।

रेल लाइनों पर दुकानें जांच का विषय 
रेलवे के निमयों के अनुसार रेल लाइनों के दोनों ओर का कुछ हिस्सा रेलवे विभाग के अंतर्गत आता है और उस तरफ कोई भी अपने घर और दुकान का दरवाजा नहीं खोल सकता है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि लॉटरी का खेल खिलाने वाली दुकानें रेलवे की हदबंदी में हैं या फिर नहीं। अगर वे हदबंदी में हैं तो उन पर बनती कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। 

सरेआम लगवाई जा रही पर्ची
सूत्रों के अनुसार जान जोखिम में डालकर लोग रेल लाइनों के पास इसलिए आते हैं क्योंकि यहां पर लॉटरी की आड़ में सरेआम पर्ची चलाकर जहां सरकार को लाखों-करोड़ों का चूना लगाया जा रहा है, वहीं ग्राहक को सरकार लॉटरी के मुकाबले कम रेट पर लॉटरी बेची जाती है। वहीं रेल लाइनों के पास दुकानें खोलने के पीछे का राज तो पुलिस विभाग की जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकता है। अगर आंकड़ों की बात करें तो आज तक इन दुकानों पर कभी भी पुलिस की ओर से रेड नहीं की गई है।


 

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