कश्मीर में बर्फबारी के चलते सेब से लदी गाड़ियां रास्ते में ही फंसी

punjabkesari.in Friday, Nov 15, 2019 - 02:07 PM (IST)

लुधियाना (मोहिनी) : जम्मू-कश्मीर और श्रीनगर के रास्ते बंद होने से फ्रूट मंडी में सेब की गाडिय़ां न आने सन्नाटा छा गया है क्योंकि श्रीनगर में बारिश और बर्फबारी होने से सेब से लदी गाडिय़ां रास्ते में ही फंस गई हैं। जिस कारण मंडियों में सेब नहीं पहुंचने से लोगों के खाने स्वाद फीका पड़ रहा है। बहादुरके रोड स्थित फ्रूट मंडी में कुछ दिन पहले सेब की ब्रिकी बहुत ज्यादा हुई और अब कश्मीर घाटी में बर्फबारी के कारण सेब की गाडिय़ां न आने से आढ़तियों के व्यापार पर इसका गहरा असर पड़ रहा है। दक्षिण कश्मीर के 2 जिले शोपियां व कुलगाम प्रमुख सेब उत्पादक केंद्र हैं, जहां लोग इसे लेकर चिंतित हैं। इसी कारण मार्कीट कमेटी की फीस पर भी गहरा असर देखने को मिलेगा।

सेब उत्पादकों की बढ़ी चिंता
वहीं बे-मौसम बर्फबारी ने घाटी के किसानों की कमर तोड़ दी है जिससे उनके बगीचे तबाह हो गए और ऐसी बर्फबारी उन्हें कई दशकों तक देखने को नहीं मिली थी, जो इस बार हुई है। जिससे सेब उत्पादकों की चिंता बढ़ती चली जा रही है। कश्मीर में बर्फबारी नवम्बर के पहले सप्ताह शुरू होने से करोड़ों रुपए की सेब की फसल पर बुरा असर पड़ा है। भारी बर्फबारी होने के कारण यहां सेब से लदे पेड़ जड़ से उखड़ गए और उनके तने तक टूट गए। सेब उत्पादकों के अनुसार पुलवामा, शोपियां, बांदीपोरा और बारामूला जिले में सेब के बगीचे काफी अधिक क्षतिग्रस्त हुए हैं। उन्होंने कहा कि कुछ पेड़ों में फल अब भी लगे हैं। लेकिन अनुमान है कि बर्फबारी के कारण करोड़ों रुपए का नुक्सान हुआ है।


सर्दियों में सेब की होती है बिक्री जोरों पर : कमल गुम्बर
फ्रूट मंडी एसो. के प्रधान कमल गुम्बर व उपप्रधान रचिन अरोड़ा ने बताया कि सर्दियों के सीजन में सेब की बिक्री जोरों पर होती है मगर कश्मीर घाटी में एक दम से बर्फबारी होने से वहां सेब से लदी गाडिय़ां सड़कों पर ही रुक गई हैं, जिससे उनके कारोबार पर गहरा असर पड़ रहा है।

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