ऑनलाइन अप्लाई किया फास्ट टैग, घर खड़ी कार के कटे पैसे

punjabkesari.in Thursday, Jan 02, 2020 - 11:14 AM (IST)

लुधियाना(सुरिन्द्र): डिजिटल इंडिया का नारा देने वाली केंद्र सरकार की स्कीमों से लोगों को नुक्सान भी उठाना पड़ रहा है। साइबर फ्रॉड, मोबाइल बैंकिंग फ्रॉड, ए.टी.एम. क्लोन जैसी धोखधड़ी के कारण लोग नुक्सान उठा रहे हैं। सारी सेवाओं को ऑनलाइन करने व मुख्य मार्गों पर पड़ते टोल प्लाजों से जाम को खत्म करने के मकसद से केंद्र सरकार द्वारा देश के सभी चारपहिया या ऊपर के वाहनों के लिए फास्ट टैग अनिवार्य किया गया है।

इसके तहत कई ई-वॉलेट कंपनियों तथा बैंकों को ऑनलाइन फास्ट टैग अप्लाई करने के लिए अधिकृत किया गया है। लुधियाना में फास्ट टैग की लापरवाही से जुड़ा एक मामला सामने आया है, जिसमें आवेदक ने ऑनलाइन फास्ट टैग अप्लाई किया था, लेकिन फास्ट टैग उसके पते पर डिलीवर होने से पहले ही अकाउंट से पैसे कट गए। माधोपुरी के रहने वाले नरेश कुमार गोगना ने बताया कि उन्होंने अपनी स्विफट डिजायर कार के लिए एक प्राइवेट बैंक के माध्यम से ऑनलाइन ही फास्ट टैग बीती 25 दिसंबर को अप्लाई किया था। उनकी कार का फास्ट टैग अभी उनके पते पर डिलीवर भी नहीं हुआ, लेकिन बीती 30 दिसंबर को उनके मोबाइल नंबर पर मैसेज आया कि करनाल में पड़ते घरौंडा टोल प्लाजा पर उनके फास्ट टैग अकाउंट से पैसे कट गए हैं, जबकि वह तो अपनी कार लेकर उस तरफ गए ही नहीं और उनकी कार उनके घर पर खड़ी है।

गोगना ने इस संबंधी बैंक के टोल फ्री कस्टमर केयर पर शिकायत दर्ज करवाई है। गोगना के अनुसार सरकारों को पहले ऐसी योजनाओं के ट्रायल चलाने चाहिए। अगर ट्रायल सफल हो तो उसके बाद ही इसे अनिवार्य रूप से लागू करना चाहिए था, ताकि  देश के नागरिकों को आर्थिक चपत न लग सके। वहीं इस संबंधी में पक्ष जानने के लिए प्राइवेट बैंक के किसी अधिकारी से संपर्क नहीं हो पाया। 


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