आशु के मंत्री बनने से बिट्टू ग्रुप को एक महीने में मिली दूसरी सफलता

punjabkesari.in Saturday, Apr 21, 2018 - 03:03 PM (IST)

लुधियाना(हितेश): विधायक भारत भूषण आशु को मंत्री बनाने बारे कांग्रेस पार्टी द्वारा लिए गए फैसले को मेयर बलकार संधू की नियुक्ति के बाद एक महीने के भीतर एम.पी. रवनीत बिट्टू ग्रुप की दूसरी सफलता के रूप में देखा जा रहा है।यहां बताना उचित होगा कि आशु के साथ बिट्टू की नजदीकियां लोकसभा चुनावों के समय उनके आनंदपुर साहिब से लुधियाना आने के बाद से बढ़ी हैं, क्योंकि आशु ने उनके चुनाव की कमान संभाली और बिट्टू ने चौकोने मुकाबले में जीत दर्ज की। फिर मनीष तिवारी की लुधियाना में एंट्री रोकने के लिए बिट्टू व आशु ने मिलकर जोर लगाया। इसका नतीजा संजय तलवाड़ को हलका ईस्ट से टिकट मिलने के रूप में सामने आया और फिर उनकी तिकड़ी बन गई। जिन्होंने नगर निगम चुनावों में टिकटें बांटने पर दबदबा कायम रखा और फिर अपनी पसंद के तौर पर बलकार संधू को मेयर बनाने में कामयाब हो गए। अब आशु के मंत्री बनने से बिट्टू ग्रुप की मेहनत को अहम माना जा रहा है। उससे लोकसभा चुनावों में यह ग्रुप पहले से मजबूत होकर काम करने का दावा कर रहा है।

कैप्टन ने किया फोन, बोले-आशु नाओ यू आर माई मिनिस्टर 
मंत्री बनाने बारे आशु का नाम फाइनल होने की औपचारिक जानकारी उन्हें खुद सी.एम. कैप्टन अमरेन्द्र सिंह ने फोन करके दी। उन्होंने यह शब्द कहे कि आशु नाओ यू आर माई मिनिस्टर। जिस पर आशु ने अपने परिवार के बाकी मैंबरों को सूचित किया। जिनमें खुशी की लहर दौड़ गई। इससे कुछ देर बाद ही सोशल मीडिया पर नए बनने वाले मंत्रियों के नाम उजागर हो गए। जिसके बाद आशु को बधाइयां देने के लिए सारा शहर ही उमड़ पड़ा और देर रात तक आशु को बुके देने वालों का तांता लगा रहा। 

राहुल से नजदीकियों का मिला फायदा 
वैसे तो लुधियाना में मंत्री बनने की दौड़ में सबसे सीनियर विधायक राकेश पांडे व सुरेन्द्र डाबर भी शामिल थे। लेकिन दूसरी बार जीते भारत भूषण आशु को राहुल गांधी से नजदीकियों का फायदा मिला, क्योंकि जब मनीष तिवारी के भारी विरोध के बावजूद आशु को पहली बार टिकट मिली तो &4 हजार से ’यादा वोटों से जीत दर्ज करने के कारण वो राहुल की टीम में आ गए। 

पांडे व डाबर के घर जाकर लिया आशीर्वाद 
मंत्री बनने की सूचना मिलने के बाद आशु ने विधायक राकेश पांडे व सुरेन्द्र डाबर के घर जाकर आशीर्वाद लिया। जिन दोनों ने हाईकमान के फैसले का सम्मान करने की बात कही। जहां आशु अपने साथ मिठाई के डिब्बे लेकर गए थे। वहीं उन दोनों विधायकों ने भी आशु का मुंह मीठा करवाकर बधाई दी। आशु ने कहा कि वो अपने सीनियर विधायकों के सहयोग व सलाह के साथ काम करेंगे।

हाईकमान द्वारा शुरू से ही दी जा रही थी तरजीह
आशु को मंत्री बनाने के फैसले के संकेत उस समय ही मिल गए थे, जब हाईकमान द्वारा शुरू से ही उनको तरजीह दी जा रही थी। इसके तहत पहले उन्हें पंजाब कांग्रेस का महासचिव बनाया गया। फिर विधानसभा में विपक्ष का डिप्टी लीडर नियुक्त किया गया। अगर ताजा दौर की बात करें तो अकेले उनको ही लुधियाना से आल इंडिया कांग्रेस कमेटी का मैंबर चुना गया।

 

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